अयोध्या दीपोत्सव 2024 : 35 लाख दीपों से जगमगाई पूरी रामनगरी, ड्रोन शो देख मुग्ध हुए श्रद्धालु

35 लाख दीपों से जगमगाई पूरी रामनगरी, ड्रोन शो देख मुग्ध हुए श्रद्धालु
UPT | अयोध्या दीपोत्सव 2024

Oct 30, 2024 21:28

अयोध्या में बुधवार को दीपोत्सव का आयोजन एक अनोखे और अद्भुत रूप में हुआ, जब 25,12,585 दीपों ने पूरी रामनगरी को जगमग कर दिया। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को, इस दृश्य को देखने वाले हर व्यक्ति की आंखें मंत्रमुग्ध हो गईं...

Oct 30, 2024 21:28

Ayodhya News : अयोध्या में बुधवार को दीपोत्सव का आयोजन एक अनोखे और अद्भुत रूप में हुआ, जब 25,12,585 दीपों ने पूरी रामनगरी को जगमग कर दिया। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को, इस दृश्य को देखने वाले हर व्यक्ति की आंखें मंत्रमुग्ध हो गईं। रामनगरी के निवासी हों या दूर-दूर से आए श्रद्धालु, सभी के दिलों में प्रभु राम की छवि बसी हुई थी। हर ओर "राम, जय जय श्रीराम" की गूंज सुनाई दे रही थी। इस वर्ष का दीपोत्सव विशेष रूप से मनोहर था, क्योंकि 500 वर्षों बाद 22 जनवरी 2024 को भगगवान राम अपने दिव्य महल में विराजमान होने जा रहे हैं। इस मौके पर समूचा भारत दीप जलाकर इस उत्सव को मनाने के लिए एकत्रित होगा। सभी श्रद्धालुओं में उमंग और उत्साह की लहर देखी गई, जिससे अयोध्या का माहौल और भी दिव्य हो गया।

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रामनगरी अयोध्या में 35 लाख से अधिक दीप जलाए
रामनगरी अयोध्या में बुधवार को एक भव्य दीपोत्सव मनाया गया, जिसमें 35 लाख से अधिक दीप जलाए गए। राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 25,12,585 दीपों की रोशनी ने अद्भुत नजारा प्रस्तुत किया। इस आयोजन में डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के 30 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया। उन्होंने दीपों में तेल और बाती डालकर रोशनी का यह उत्सव संभव बनाया। कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के नेतृत्व में नोडल अधिकारी संत शरण मिश्र और मीडिया प्रभारी विजयेंदु चतुर्वेदी की देखरेख में यह कार्य संपन्न हुआ। इस दीपोत्सव ने अयोध्या को एक दिव्य और अलौकिक रूप में बदल दिया, जहां हर कोने में श्रद्धा और उल्लास का माहौल छाया रहा।
 


अयोध्या दीपोत्सव : आस्था और उल्लास के दीपों की चमक
पहली बार प्रभु श्रीराम की मौजूदगी में अयोध्या का दीपोत्सव आस्था, आह्लाद और आत्मीयता से भरा हुआ था। सरयू के तट पर जल रहे 25,12,585 दीपों के बीच श्रद्धालुओं का हर्ष और उमंग स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। श्रद्धालु सहज भाव से "राम राम जय राजा राम", "जय सिया राम" और "सियावर रामचन्द्र की जय" के जयघोष करते हुए, सरयू की लहरों में उठती तरंगों को देख रहे थे, जैसे सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए अयोध्या की पूरी अवधपुरी को भव्य तरीके से सजाया गया था। मंदिरों, गलियों और मुख्य मार्गों पर आकर्षक लाइटिंग की गई थी, जिससे माहौल और भी दिव्य हो गया। नगरवासियों ने अपने घरों में भी दीप जलाकर प्रभु श्रीराम के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की। इस दिव्य आयोजन ने अयोध्या में एक अद्वितीय सौंदर्य का निर्माण किया, जहाँ हर दिल में आस्था और प्रेम की रोशनी चमक रही थी।

श्रद्धा और भक्ति का अनोखा मिलन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने रामकथा पार्क में दीपोत्सव के अवसर पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, मां सीता, भाई लक्ष्मण, भरत-शत्रुघ्न, संकटमोचन हनुमान और ऋषि-मुनियों की आरती उतारी। उन्होंने श्रद्धा से टीका लगाकर अपने आराध्य के प्रति भक्ति निवेदित की। इस विशेष अवसर पर राम परिवार और ऋषि-मुनियों का पूजन भी किया गया। माहौल में "राम आए अवध नगरिया, दीपावली मनाओ सखी, चलो दीप से दीप जलाएं कि मंगल गाओ सखी..." गीत गूंजते रहे। मंच पर मुख्यमंत्री ने श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया, जिससे आयोजन में एक दिव्य ऐतिहासिकता जुड़ गई। इस प्रकार, दीपोत्सव ने अयोध्या में भक्ति और श्रद्धा का एक अनोखा संगम प्रस्तुत किया।

हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई
अवधपुरी में दीपोत्सव के दौरान पुष्पक विमान से 'राम-लक्ष्मण और मां सीता' के आगमन पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रथ भी खींचा, जो श्रद्धा और भक्ति का अनूठा प्रतीक बना। अयोध्या की दीपावली में अपने सिरमौर के प्रति श्रद्धा का यह दृश्य सभी के दिलों को छू गया, जिससे आंखों से खुशी के आंसू बहने लगे। साधु-संत, सनातन धर्मावलंबियों और आम जनमानस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आशीर्वाद देकर इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाया। मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, और अन्य मंत्री जैसे सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, जयवीर सिंह, सतीश चंद शर्मा, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी और विधायक भी इस पूजन में शामिल हुए। इस प्रकार, अयोध्या का दीपोत्सव श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है।

राम नाम की गूंज और दीपोत्सव का दिव्य सफर
2017 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली, तो उन्होंने दीपोत्सव के भव्य आयोजन की एक नई परिकल्पना प्रस्तुत की। इस आयोजन की भव्यता हर साल बढ़ती गई। 2017 में जहां 1.71 लाख दीप जलाए गए थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 25,12,585 दीपों तक पहुँच गई। सम्पूर्ण अयोध्या "श्री राम, मेरे राम" के जयकारों से गूंज रही थी। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन की शुरुआत सियावर रामचंद्र भगवान, माता जानकी, भारत मां और सत्य सनातन धर्म की जय से की। समापन भी सियावर रामचंद्र की जय के साथ हुआ, जिससे यह आयोजन श्रद्धा और भक्ति का एक अद्भुत उदाहरण बना। इस तरह, अवधपुरी में राम नाम की गूंज ने दीपोत्सव को और भी विशेष बना दिया।

अयोध्या में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का अद्भुत प्रतिबिंब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना का शानदार नजारा बुधवार को अयोध्या में देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित दीपोत्सव में हर भाषा, शैली, जाति और विधा के लोग आस्था के दीप जलाने के लिए एकत्रित हुए। इस दीपोत्सव ने त्रेतायुग की अयोध्या को कलियुग में भी अलौकिक रूप में प्रस्तुत किया। सभी श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा के दीप जलाए। श्रीराम मंदिर के प्रमुख गेटों पर तोरणद्वार सजाए गए, और पूरी अयोध्या को कई कुंतल फूलों से सुसज्जित किया गया। सुबह शोभायात्रा में 18 झांकियां निकाली गई, जो अयोध्या की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती थीं। दीपोत्सव के लिए 25,12,585 दीपों में हजारों लीटर सरसों का तेल डालने में 30 हजार वालंटियरों ने सहयोग किया। नेपाल, म्यामार, मलेशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और कंबोडिया के कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया, जिसमें देश-विदेश और प्रदेश के 1300 से अधिक कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। चौराहों पर रंगोली बनाकर समृद्धि की कामना की गई, जिससे अयोध्या की भव्यता और बढ़ गई। 

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पहली बार 1121 वेदाचार्यों ने की सरयू आरती, बनाया रिकॉर्ड  
पहली बार 'श्रीरामलला की मौजूदगी' में हुए दीपोत्सव में 1,121 वेदाचार्यों ने सरयू आरती की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस पावन अवसर पर सरयू मैया की आरती उतारी। योगी कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने भी दीप जलाकर सरयू मैया की आरती में भाग लिया, जिसमें कई साधु-संतों और विशिष्ट जनों ने आरती की। इस आयोजन के लिए विभिन्न मंच तैयार किए गए थे, जिससे श्रद्धालुओं को आरती में शामिल होने का अवसर मिला। इस दौरान, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि ने सरयू आरती के आयोजन का रिकॉर्ड स्थापित होने की घोषणा की, जो इस ऐतिहासिक पल को और भी खास बना गया। इस दीपोत्सव ने अयोध्या में श्रद्धा, भक्ति और एकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।

पहली बार हुआ ड्रोन शो, मेजबान समेत कई राज्यों के कलाकारों ने दी प्रस्तुति 
दीपोत्सव पर पहली बार ड्रोन शो का भी आयोजन किया गया। 500 ड्रोन के साथ अयोध्या के आकाश में श्रीराम की कृति बनी। ड्रोन शो का अद्भुत नजारा देख हर कोई भाव-विह्वल और कौतूहल से भर उठा। वहीं दीपोत्सव-204 में मेजबान उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, राजस्थान, जम्मू, उत्तराखंड, हरियाणा, नागपुर, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, सिक्किम, चंडीगढ़, गोवा, ओडिशा आदि राज्यों के कलाकारों ने अपनी लोकसंस्कृति का दीदार कराया। 

सीएम ने मोबाइल ऐप व 'हृदय में राम' पुस्तक का किया विमोचन 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तर प्रदेश पर्यटन के मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया। यह राज्य के पर्यटन स्थलों  व सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके उपरांत सीएम ने महापौर गिरीश पति त्रिपाठी द्वारा लिखित 'हृदय में राम' पुस्तक का विमोचन किया।

सीएम ने सरयू अतिथि गृह में प्रदर्शनी का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू अतिथि गृह में भगवान श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित चित्रकला एवं मूर्ति प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह प्रदर्शनी राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा 28 अक्टूबर से आयोजित की गई थी। इस अवसर पर राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने अतिथियों को कलाकृतियों के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने अकादमी में प्रारंभ किए गए बी.वी.ए. (चित्रकला) के पाठ्यक्रम के बारे में भी अवगत कराया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, और राज्य ललित कला अकादमी के सदस्य डॉ. संदीप श्रीवास्तव सहित अन्य विशिष्ट जन भी इस अवसर पर मौजूद थे। 

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