बाराबंकी में एक फर्जी कंपनी बनाकर करीब 1500 से 2000 लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। एसपी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस और स्वाट टीम ने कार्रवाई...
पुलिस को मिली सफलता : फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार, कई दस्तावेज और दो कार भी बरामद
Nov 28, 2024 22:12
Nov 28, 2024 22:12
Barabanki News : बाराबंकी में एक फर्जी कंपनी बनाकर करीब 1500 से 2000 लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। एसपी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस और स्वाट टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों के पास से कई दस्तावेजों सहित दो कारें बरामद की हैं। आरोपियों ने एक फर्जी क्रेडिट और थ्रिफ्ट कंपनी का संचालन किया था, जिसके जरिए लोगों को झांसा देकर उनसे बड़ी रकम जमा कराई गई थी।
फर्जी कंपनी का खुलासा
बाराबंकी के बदोसराय थाना क्षेत्र में किरण वर्मा द्वारा ने पुलिस को तहरीर दी थी। इसमें बताया गया था कि आरोपियों ने "द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड" नामक एक फर्जी कंपनी बनाई थी। इस कंपनी ने लोगों को आकर्षक ब्याज दरों का लालच देकर उनसे पैसे जमा कराए। बाद में जब लोग अपनी राशि वापस मांगने पहुंचे तो कंपनी ने अपने ऑफिस बंद कर दिए और आरोपी फरार हो गए। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और जिले भर में विभिन्न थानों में इस कंपनी के खिलाफ कुल 10 मामले दर्ज किए गए।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
एसपी के आदेश पर पुलिस ने फर्जी कंपनी की लगभग 56 शाखाओं की जांच की और इनमें से पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में संजीव कुमार, स्वामी दयाल, रामशरण वर्मा, रामनरेश वर्मा और मनोज कुमार वर्मा शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से 33 पासबुक, बांड पेपर, एक फॉर्च्यूनर गाड़ी और दो अन्य कारें भी बरामद की हैं। जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन के कंपनी का संचालन किया और लोगों से करोड़ों रुपये इकट्ठा किए। जब लोगों ने अपना पैसा वापस मांगा, तो आरोपी फरार हो गए।
दबिश और फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने अब अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई है। मामले की जांच जारी है और पुलिस टीम मामले के पूरे नेटवर्क का खुलासा करने में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि इस घोटाले में अन्य आरोपी भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।