Kanpur News: कोर्ट के आदेश पर हैलट के दो डॉक्टरो समेत 21 लोगो पर दर्ज हुई एफआईआर, जाने क्या था पूरा मामला

कोर्ट के आदेश पर हैलट के दो डॉक्टरो समेत 21 लोगो पर दर्ज हुई एफआईआर, जाने क्या था पूरा मामला
UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Nov 28, 2024 22:16

कानपुर देहात की रहने वाली महिला के साथ 2 साल पहले हुई मारपीट के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने और आरोपियों को बचाने के लिए दस्तावेज गायब करने के आरोप में कोर्ट ने आज गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया है।

Nov 28, 2024 22:16

Kanpur News: कानपुर देहात की रहने वाली महिला के साथ 2 साल पहले हुई मारपीट के दौरान इलाज में लापरवाही बरतने और आरोपियों को बचाने के लिए दस्तावेज गायब करने के आरोप में कोर्ट ने आज गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया है। कानपुर सीएमएम कोर्ट ने 2 साल बाद मामले को संज्ञान लेते हुए दो डॉक्टर समेत 21 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश जारी किए है। आदेश जारी होने के बाद सभी आरोपियों पर स्वरूप नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

इन लोगो ने की मारपीट

कानपुर देहात के गांव कमालपुर के रहने वाले 28 वर्षीय अशोक कुमार ने आरोप लगाया और बताया कि 5 अक्टूबर 2022 की दोपहर लगभग 1:00 बजे उसकी मां राजकुमारी खेत में जानवरों के लिए चारा काट रही थी। इस दौरान गांव के कैलाश,सानू,गौरव,हर्षित, पुष्पा, बिट्टू, पप्पू,शिवम आदि कई लोग मौके पर पहुंचे उनके हाथों में कुल्हाड़ी लाठी डंडा हसियाआदि मौजूद था। आरोपियों ने राजकुमारी को अर्धनग्न कर उन पर हमला कर उन्हें मरणासन्न कर दिया। पुलिस की मदद से परिजनों ने उन्हें पीएचसी राजपुर पहुंचाया। जहां से डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल अकबरपुर रेफर कर दिया। मगर वहां भी हालत देखने के बाद डॉक्टरों ने कानपुर के हैलट अस्पताल में रेफर कर दिया। अशोक के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ राजपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई।अशोक के मुताबिक जब मां को लेकर हैलट पहुंचे तो वहां पर आकस्मिक विभाग ड्यूटी प्रभारी डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव का मूल मेडिको लीगल रेफर स्लिप सहित अन्य संपूर्ण प्रपत्र को दिया गया था। जिसके बाद मां को भर्ती करा इलाज चालू कर दिया गया था।

डॉक्टरो ने गायब किए सभी दस्तावेज

अशोक के मुताबिक आरोपियों का एक रिश्तेदार है अभिषेक यादव हैलट में नौकरी करता था जो वहां के डॉक्टर और उच्च अधिकारियों से परिचित था। उसने अपने रिश्तेदारों की मदद करते हुए मां का इलाज नहीं होने दिया।जिसके बाद उसने रिश्तेदारों के साथ मिलकर मां की छुट्टी करवा दी।जबकि उनकी हालत गंभीर थी।जिसके बाद अशोक ने मां को निजी अस्पताल में भर्ती कराकर ईलाज कराया। अशोक का आरोप है की आरोपियों ने अपने रिश्तेदार की मदद से मां के इलाज के सभी दस्तावेज और रिपोर्ट गायब कर दिए गए और उनके स्थान पर फर्जी दस्तावेज थमा दिए गए। जिसमें गंभीर चोटे आदि लगने की पुष्टि हुई थी वह रिपोर्ट नही दी।

कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर

अशोक ने बताया कि इसके बाद मैंने थाने में शिकायत की लेकिन मेरी कोई सुनवाई नही हुई।जिसके बाद मैने कानपुर सीएमएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट के आदेश पर अब एफआईआर दर्ज करने का आदेश हुआ है।जिसके बाद स्वरूप नगर थाने में दो डॉक्टर समेत 21 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।

डीसीपी सेंट्रल ने दी जानकारी

डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया की हैलट के डॉक्टर सुबोध यादव,डॉक्टर अशोक वर्मा, विनय कुमार ,अमित दुबे शालिनी यादव, गौरव सहित 10 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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