बाराबंकी में मंदिर के पास भैंस का मांस खाने और शराब पीने से रोकने पर साध्वी की ओर से लगाए गए आरोपों में नया मोड़ आ गया है। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि साध्वी के आरोप फर्जी थे और विवाद का कारण कुछ और था।
साध्वी के आरोप निकले फर्जी : निजी रंजिश के चलते हुआ था विवाद, पुलिस जांच में खुलासा
Nov 14, 2024 00:08
Nov 14, 2024 00:08
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर शरीर पर चोटों के निशान दिखाए
11 नवंबर को साध्वी ज्योति ने देवा पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि जब उसने मंदिर के पास भैंस का मांस खाने और शराब पीने का विरोध किया, तो मुस्लिम युवकों ने मंदिर में घुसकर उसकी पिटाई की और कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद साध्वी ने इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें उसने अपने शरीर पर चोटों के निशान दिखाए और मुख्यमंत्री से साधु-संतों की सुरक्षा की अपील की। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लेकिन पुलिस जांच के दौरान यह आरोप झूठे साबित हुए। बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी, चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि मंदिर में घुसकर हमला करने और मांस पकाने की बात पूरी तरह से गलत पाई गई। जांच में यह खुलासा हुआ कि साध्वी और आरोपियों के बीच विवाद की असल वजह कुछ और थी।
ये था पूरा मामला
पुलिस ने बताया कि साध्वी ज्योति के देवा कस्बे के मुस्लिम युवक फैय्याज से अच्छे संबंध थे। फैय्याज का मुजीब, टिल्लू और जुनैद नाम के युवकों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इस विवाद को सुलझाने के लिए साध्वी और फैय्याज 11 नवंबर को जुनैद के घर गए थे, जहां जुनैद की पत्नी से उनका विवाद हो गया था। इसी दौरान जुनैद और उसके दोस्त भी वहां पहुंचे और उनका साध्वी से झगड़ा हुआ। पुलिस ने इस विवाद से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
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