श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य व भव्य मन्दिर में प्रभु रामलला बाल स्वरूप में 22 जनवरी 24 को विराजमान हो चुके हैं। इसके बाद यह पहली परिक्रमा है। दीपोत्सव की तरह ही 14 कोसी परिक्रमा को लेकर यातायात प्लान 9 नवम्बर की दोपहर से 10 नवम्बर शाम 06 बजे तक लागू रहेगा।
रामनगरी की परिक्रमा : श्रद्धालुओं को नहीं होगी दिक्कत, 9 नवम्बर की दोपहर से लागू किया जाएगा रूट डायवर्जन
Nov 08, 2024 18:07
Nov 08, 2024 18:07
Ayodhya News : श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य व भव्य मन्दिर में प्रभु रामलला बाल स्वरूप में 22 जनवरी 24 को विराजमान हो चुके हैं। जिसके बाद यह प्रथम परिक्रमा है। ऐसे में भारी भीड़ होने की सम्भावना के तहत कोई कोर कसर जिला प्रशासन नहीं छोड़ना चाहता है। दीपोत्सव की तरह ही 14 कोसी परिक्रमा को लेकर यातायात प्लान 9 नवम्बर की दोपहर से 10 नवम्बर शाम 06 बजे तक लागू रहेगा। डायवर्जन बड़े और भार वाहक वाहनों पर लागू होगा। आवश्यक सेवाओं व वाहनों पर किसी प्रकार का डायवर्जन लागू नहीं होगा।
अयोध्या की तरफ यातायात डायवर्जन
लखनऊ की ओर से अयोध्या होकर गोरखपुर/बस्ती की ओर जाने वाले वाहनों को बाराबंकी से जरवल रोड, गोण्डा, मनकापुर, हरेया, बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएग
- गोण्डा/बलरामपुर की ओर से अयोध्या होकर लखनऊ/बाराबंकी की तरफ से जाने वाले भारी वाहनों को गोण्डा अथवा मनकापुर से ही रोककर कर्नेलगंज, जरवल रोड, रामनगर चौराहा होते हुए जनपद बाराबंकी, लखनऊ की ओर भेजा जाएगा।
- प्रयागराज/सुल्तानपुर की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर को जाने वाले वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अम्बेडकरनगर होते हुए बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- अम्बेडकनगर की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर जाने वाले वाहनों को अम्बेडकर नगर से टाण्डा कलवारी पुल होते हुए बस्ती की तरफ मोड़ दिया जाएगा।
- रायबरेली, अमेठी की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर की ओर आने वाले वाहनों को जगदीशपुर अयोध्या मार्ग से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे वाया अम्बेडकरनगर होते हुए बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- आजमगढ़, अम्बेडकरनगर से अयोध्या होकर लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को अम्बेडकरनगर से दोस्तपुर (सुल्तानपुर) मार्ग से पूर्वांचल एक्प्रेस-वे पर डायर्वट कर दिया जाएगा।
- गोरखपुर, बस्ती से आने वाले भारी वाहनों को कलवारी, टाण्डा (अम्बेडकरनगर) होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लखनऊ की तरफ मोड़ा जाएगा।
- जनपद बहाराइच की ओर से बारांबकी की तरफ आने वाले भारी वाहनों को टिकोरा मोड़ से चहलारी पुल (घाघरा नदी) से रेउसा से बिसवां से सिधौली या खैराबार होकर अपने गन्तव्य को जाएंगे। ऐसा रामनगर बाराबंकी में मरकामऊ का पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनो का गुजरना इससे प्रतिबन्धित है।
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