महर्षि भृगु की तपोस्थली पर लगने वाला ददरी मेला इस बार सबसे अलग होगा। भृगु मुनि के शिष्य दर्दर मुनि के नाम पर लगने वाले ददरी मेले में पशु मेला एवं मीना बाजार की परंपरा चली आ रही है। इस बार मेले को व्यापक रूप देने की तैयारी चल रही है। पशु मेला एक नवंबर से आरंभ हो गया है। इसमें गीर नस्ल की गाय के साथ देशी व विदेशी कुत्ते, पक्षी व कीमती दूधारू पशु चार चांद लगाएंगे। जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर ने पशु मेला के लिए भूमि का चिन्हांकन पूर्ण कर शुरू करा दिया है।
ददरी मेला 2024 : महर्षि भृगु की तपोस्थली पर भव्य आयोजन, 5 अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई
Nov 03, 2024 14:03
Nov 03, 2024 14:03
साफ-सफाई और विद्युत व्यवस्था
अधिशासी अधिकारी और जिला पंचायतराज अधिकारी को मेले के पूरे क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। वहीं अधिशासी अभियंता विद्युत को मेले के क्षेत्र को रोशन करने और बिजली संबंधी दुर्घटनाओं से बचने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने ददरी मेले एवं कार्तिक पूर्णिमा स्नान को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी भी लगाई है।
बैठक में की गई तैयारियों की समीक्षा
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने हाल ही में कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें ददरी मेले वर्ष 2024 को अलग स्वरूप प्रदान करने और कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई। इस बैठक में नोडल अधिकारियों से अब तक की गई तैयारियों की जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों का पालन गंभीरता से करने के निर्देश दिए और लापरवाही की स्थिति में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
स्वास्थ्य सेवाएं और आवास
ददरी मेले में मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी आवश्यक सेवाओं से युक्त एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पशु चिकित्सकों की ड्यूटी लगाकर ददरी पशु मेला से संबंधित सभी आवश्यक क्रियान्वयन के लिए कहा गया है। मेले के आस-पास के जनपदों से मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश मुख्य राजस्व अधिकारी को दिया गया है। भारतेंदु मंच को सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर सजाने की जिम्मेदारी भी संबंधित अधिकारियों को सौंपी गई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी को मेला क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की निगरानी करने और यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
यातायात व्यवस्था और सुरक्षा
ददरी मेले की सफलतापूर्वक व्यवस्था के लिए ट्रैफिक इंस्पेक्टर को जनपद में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सड़क पर खड़े वाहनों का चालान करने और सड़कों पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई भी की जाएगी। यातायात पुलिस इस दिशा में पूरी तैयारी में जुटी है। सुरक्षा की दृष्टि से आपदा विशेषज्ञ पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि ददरी मेले और कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए सुरक्षा के लिए 50 आपदा मित्र, 10 गोताखोर, पंजीकृत 19 नाव, एसडीआरएफ की टीम और प्रत्येक नाव पर लाइफ जैकेट उपलब्ध रहेगी। इससे नदी में डूबने की कोई घटना नहीं होने की संभावना है।
रेलवे विभाग की तैयारी
ददरी मेले के मद्देनजर रेलवे विभाग द्वारा पांच अतिरिक्त पैसेंजर ट्रेनें चलाने की योजना बनाई गई है। ये ट्रेनें मेले के दौरान यात्रियों की अधिक संख्या को देखते हुए चलाई जाएंगी और इनका ठहराव भी आवश्यकतानुसार स्टेशनों पर किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने दिया आश्वासन
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने आश्वस्त किया है कि ददरी मेला और कार्तिक पूर्णिमा स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिन पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है वे समय पर अपने-अपने स्थानों पर मुस्तैद रहेंगे। बैरिकेडिंग, बैरियर और साइनज लगाने का कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। ददरी मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि यह एक सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक उत्सव भी है जो न केवल स्थानीय समुदायों के लिए बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
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