International Women's Day: ऐसी महिला जिसने राजनीति में पिता के दम पर नहीं, खुद बनाई अपनी पहचान

ऐसी महिला जिसने राजनीति में पिता के दम पर नहीं, खुद बनाई अपनी पहचान
UPT | Sanghamitra Maurya

Mar 08, 2024 10:30

माता पिता या कोई करीबी किसी ऊंचे पद पर काम करता हो तो बच्चों के कामयाब होने पर हमारे देश में घर या बाहर आपको ये सुनने को ज़रूर मिल जाएगा कि माता पिता के दम पर इस मुक़ाम पर बच्चे भी पहुंच गए हैं। भले ही बच्चों की कामयाबी में माता पिता का कोई हाथ न हो।

Mar 08, 2024 10:30

Short Highlights
  • जानें कौन हैं संघमित्रा मौर्य 
  • पिता के पार्टी बदलने के बाद संघमित्रा के लिए बढ़ गई चुनौतियां
  • जब पिता जी पर सवाल सुन-सुनकर परेशान हो गईं संघमित्रा मौर्य
Budaun News : माता पिता या कोई करीबी किसी ऊंचे पद पर काम करता हो तो बच्चों के कामयाब होने पर हमारे देश में घर या बाहर आपको ये सुनने को ज़रूर मिल जाएगा कि माता पिता के दम पर इस मुक़ाम पर बच्चे भी पहुंच गए हैं। भले ही बच्चों की कामयाबी में माता पिता का कोई हाथ न हो। कुछ ऐसा ही राजनेता संघमित्रा मौर्य के साथ भी होता है जब उनकी कामयाबी के पीछे उनके पिता का हाथ बताया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तर प्रदेश टाइम्स आपको उन खास महिलाओं के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहा है जिन्होंने अपने दम पर साबित किया है कि वो कोई आम नहीं बल्कि बेहद खास महिला है। इन्हीं खास महिलाओं में एक नाम संघमित्रा मौर्य का भी आता है।

जानें कौन हैं संघमित्रा मौर्य 

संघमित्रा मौर्य एक भारतीय राजनेता और 17वीं लोकसभा की सदस्य हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्य हैं। संघमित्रा 2019 के भारतीय आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के बदायूं से भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुनी गईं थीं। इस चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता,अखिलेश यादव के चचेरे भाई,धर्मेंद्र यादव को हराया था।उन्होंने इससे पहले 2014 में मैनपुरी में बहुजन समाज पार्टी के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा था,लेकिन मुलायम सिंह यादव से हार गईं थीं। इसके दो साल बाद, 2016 में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली।

पिता के पार्टी बदलने के बाद संघमित्रा के लिए बढ़ गई चुनौतियां

संघमित्रा मौर्य का जन्म राजनेता स्वामी प्रसाद मौर्य और शिवा मौर्य के घर हुआ। संघमित्रा मौर्य के पिता स्वामी प्रसाद मौर्य 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी में शमिल हो गए, उन्हें राज्य में पिछड़ा वर्ग का बड़ा नेता माना जाता है। पिता के पार्टी बदलने के बाद संघमित्रा ने माना कि उनके लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं, लेकिन वह भाजपा में ही रहकर काम करती रहीं।

जब पिता जी पर सवाल सुन-सुनकर परेशान हो गईं संघमित्रा मौर्य

अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) से इस्तीफा देकर खुद की नई पार्टी बनाई है। इसको लेकर जब उनकी बेटी और बदायूं से बीजेपी की सांसद संघमित्रा मौर्य से सवाल पूछा गया तो वो नाराज़ हो गईं। उन्होंने तल्ख लहजे में मीडिया से कहा कि पिता और पुत्री से उठकर के अगले सवाल पर भी आना चाहिए। यह सवाल पिछले दो-ढाई साल से सुन-सुन कर मैं परेशान हो चुकी हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं, पदाधिकारी हूं, भारतीय जनता पार्टी की सांसद हूं और भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य कर रही हूं तो जब जिस चीज का कार्यक्रम हो सवाल भी उसी का ही होना चाहिए। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इस पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा है। 

Also Read

अधिवक्ता के नाम से फर्जी शिकायतें, पीड़ित ने एसएसपी से की शिकायत, जांच शुरू

21 Nov 2024 06:17 PM

बरेली फर्जीवाड़ा : अधिवक्ता के नाम से फर्जी शिकायतें, पीड़ित ने एसएसपी से की शिकायत, जांच शुरू

अधिवक्ता ने घटना की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दी। उन्होंने अपनी शिकायत में सबूत और दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिकायतों में उनके नाम और हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया गया है। और पढ़ें