अधिवक्ता ने घटना की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दी। उन्होंने अपनी शिकायत में सबूत और दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिकायतों में उनके नाम और हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया गया है।
फर्जीवाड़ा : अधिवक्ता के नाम से फर्जी शिकायतें, पीड़ित ने एसएसपी से की शिकायत, जांच शुरू
Nov 21, 2024 18:29
Nov 21, 2024 18:29
फर्जी शिकायतों से आहत
अधिवक्ता ने घटना की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दी। उन्होंने अपनी शिकायत में सबूत और दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिकायतों में उनके नाम और हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया गया है। अधिवक्ता ने इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कहा कि फर्जी शिकायतों से काफी परेशान हूं। बार-बार बयान दर्ज कराने पड़ते हैं। इसके साथ ही तमाम लोग फर्जी शिकायतों के कारण दुश्मनी मानने लगे हैं।
जांच में जुटी पुलिस, कड़ी कार्रवाई तय
शिकायत के बाद एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लिया है और संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं। फर्जी शिकायतों में इस्तेमाल हुए दस्तावेजों और हस्ताक्षरों की सत्यता की जांच की जाएगी। जिन विभागों को शिकायतें भेजी गई हैं, उनसे जानकारी लेकर जांच की जाएगी।पुलिस न कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। फर्जी शिकायतें करने वाले न केवल अधिवक्ता की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि सरकारी प्रक्रियाओं का भी दुरुपयोग कर रहे हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, और पहचान का दुरुपयोग जैसे गंभीर धाराओं में मामला दर्ज होगा।
जानें क्या बोले अधिवक्ता इमरान
अधिवक्ता इमरान अंसारी ने बताया कि एसएसपी को शिकायती पत्र दिया है। काफी लंबे समय से पत्रकारिता से जुड़े हुए हैं। बह और उनका परिवार इलाके में शिक्षित व संभ्रांत लोगों में गिना जाता है। पिछले कुछ दिनों से असामाजिक तत्वों द्वारा उनके नाम से फर्जी शिकायतें फतेहगंज पश्चिमी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा कर शासन प्रशासन में की जा रही है। इस प्रकरण में वह कई बार अपने लिखित बयान सीओ हाइवे कार्यालय में दर्ज करा चुके है कि इन फर्जी शिकायतों से उनका कोई लेना देना नहीं है, ना ही उन्होंने इस तरह की कोई शिकायत दर्ज कराई है। इसके बावजूद इन फर्जी शिकायतों पर विराम नहीं लग रहा है। आए दिन उनको किसी न किसी कार्यालय से बयान दर्ज कराने के लिए फोन आते रहते है। इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान हैं। अधिवक्ता ने कहा इस प्रकरण में फर्जी शिकायतें कर उनकी छवि धूमिल करने और उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाले अज्ञात दोषियों पर रिपोर्ट दर्ज करवाने की मांग की है ताकि इस कृत्य को करने वाले खुराफातियों का चेहरा बेनकाब हो सके।