Badaun Case : ढाई महीने पहले दरिंदों ने ली थी दो मासूमों की जान, पढ़िए कत्ल की खौफनाक दास्तान

ढाई महीने पहले दरिंदों ने ली थी दो मासूमों की जान, पढ़िए कत्ल की खौफनाक दास्तान
UPT | फाइल फोटो

Jun 11, 2024 13:21

चार्जशीट के अनुसार, दोनों आरोपी पांच हजार रुपये उधार मांगने के बहाने अपने सैलून के सामने स्थित विनोद कुमार के घर में घुसे थे। जब विनोद की पत्नी संगीता ने रुपये देने से मना कर दिया, तो उन्होंने हत्या को अंजाम दिया...

Jun 11, 2024 13:21

Budaun News : ढाई महीने पहले 19 मार्च को बदायूं की बाबा कॉलोनी में आयुष और आहान नामक दो मासूम भाइयों की हत्या कर दी गई थी। इस दोहरे हत्याकांड के संबंध में कई सवाल उठ रहे थे, जिनमें से एक यह भी था कि हत्या केवल साजिद ने की थी या दोनों भाई शामिल थे। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में चार्जशीट पेश की, जिससे स्पष्ट हो गया कि हत्या में दोनों आरोपी भाई शामिल थे।

चार्जशीट में क्या लिखा है
चार्जशीट के अनुसार, दोनों आरोपी पांच हजार रुपये उधार मांगने के बहाने अपने सैलून के सामने स्थित विनोद कुमार के घर में घुसे थे। जब विनोद की पत्नी संगीता ने रुपये देने से मना कर दिया, तो उन्होंने हत्या को अंजाम दिया। हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और बच्चों के पिता विनोद कुमार, मां संगीता, दादी मुन्नी देवी और पीयूष समेत 21 लोगों के बयान दर्ज किए।

बच्चों की दादी मुन्नी देवी ने पुलिस को बताया कि साजिद और जावेद पैसे मांगने के बहाने घर में घुसे थे। जब उन्होंने रुपये देने से मना कर दिया, तो दोनों ने बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस बयान को महत्वपूर्ण साक्ष्य माना है। आरोपियों के मोबाइल फोन की लोकेशन ने भी उनकी घटनास्थल पर उपस्थिति की पुष्टि की।

पुलिस ने आरोपियों के खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं और हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी मिला है। सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपियों को घटनास्थल की ओर जाते हुए देखा गया है। इन साक्ष्यों और गवाहियों के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच की है। इस मामले में पुलिस ने 72 पन्नों की चार्जशीट तैयार की, जिसे दो दिन पहले कानूनी समीक्षा के लिए भेजा गया था। कानूनी राय मिलने के बाद, सोमवार को यह चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई।

19 मई को मारा गया साजिद
पुलिस एनकाउंटर की जांच दो महीने से लंबित है। 19 मई को साजिद शेखूपुर के जंगल में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था, इस घटना के तीन घंटे बाद ही। अगले दिन डीएम मनोज कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए थे, जिसे सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने एक सूचना जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि जो भी व्यक्ति अपना बयान दर्ज कराना चाहता है, वह कार्यालय आकर बयान दर्ज करा सकता है। हालांकि, इस मामले को दो महीने से ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है।

दादी ने पुलिस को बताया कि उनके घर के सामने बाल काटने की दुकान चलाने वाले साजिद और जावेद उनके घर आए थे। उन्होंने संगीता से पांच हजार रुपये मांगे। संगीता उनके लिए चाय बना रही थीं, तभी दोनों आरोपी आयुष और आहान को छत पर ले गए और वहां उनकी हत्या कर दी।

21 मार्च को बरेली के थाने में सरेंडर हुआ जावेद
सिविल लाइंस पुलिस की जांच के अनुसार, जावेद हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वहां से भाग गया था। वह सहसवान होते हुए दिल्ली पहुंचा और 21 मार्च को नाटकीय अंदाज में बरेली के बारादरी थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। बाद में, जब उसके बयान दर्ज किए गए, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने उसे हत्यारोपी मानते हुए कार्रवाई की है और उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

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