बजट में बरेली को कुछ नहीं मिला। इससे उनकी उम्मीदों को झटका लगा है। बरेली के लोगों को नई ट्रेन के साथ ही एम्स मिलने की उम्मीद थी। लेकिन यह भी नहीं मिला।
अंतरिम बजट-2024 : बरेली की उम्मीदों को बजट से झटका, न मिली नई ट्रेन, और न एम्स, जाने क्या बोले लोग
Feb 02, 2024 07:24
Feb 02, 2024 07:24
लोकसभा चुनाव सें पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश कर दिया, बजट को लेकर सुबह से ही लोगों की चर्चाएं जोरों पर थी। वित्त मंत्री ने संसद में अपना बजट पेश किया। भाषण में कहा गया कि पिछले 10 वर्षों में सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत सारे कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा गरीबों महिलाओं, युवाओं और किसानों की आवश्यकताएं, आकांक्षाएं हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वही उन्होंने कहा सरकार मध्यमवर्गीय लोगों के लिए भी जल्द आवासीय योजना लाएगी। बरेली शहर में भी बजट को लेकर नेताओं और लोगों की अलग-अलग राय सामने आ रही है। आइए बताते हैं बजट को लेकर किसने क्या कहा।
संतोष गंगवार बोले- सभी वर्गों को ध्यान में रखकर पेश किया गया बजट
सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि यह बजट विकसित भारत की दिशा में कदम रखने का हैं। किसान और सभी वर्गों को मजबूत करने के लिए इस बजट ने काम किया है। यह बजट देश की जनता की चिंता को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री ने पेश किया है। निश्चित भारत की नींव 2047 में रखी गई है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने कहा कि संसद में पेश हुआ बजट आम लोगों के लिए न होकर पूंजीपतियों के फायदे के लिए है। इस बजट में बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं है। पेट्रोल, डीजल, गैस के दामों में कोई कमी नहीं की गई है। यह बजट भी हर साल पेश होने वाले बजट की तरह हैं। यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को ध्यान में रखकर बजट बनाती है। वित्त मंत्री ने 300 यूनिट फ्री बिजली का जो ऐलान किया है, यह ऐलान भी हर भारतीय को 15 लाख रुपये मिलेंगे वाली घोषणा की तरह ही जुमला साबित होगी।
निराशापूर्ण है बजट
राष्ट्रीय संगठन मंत्री किसान एकता संघ के किसान नेता डॉ. रवि नागर ने कहा कि किसानों के लिए यह निराशा पूर्ण बजट हैं। जिस तरह से किसानों के साथ वादे किए गए थे कि किसान सम्मान निधि बढ़ेगी, लेकिन इस बजट से किसानों की सारी उम्मीदें टूट गई। साइकोलॉजिकल काउंसलर डॉ. उजमा कमर ने कहा कि जिस तरह से देखा जाए कि उच्च शिक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी 28 फीसदी बड़ी है। साथ ही इस बजट में युवाओं के लिए भी काफी कुछ दिया गया। 7 लाख तक की सालाना इनकम टैक्स से छूट देने का ऐलान किया गया है।
इस बार के बजट में कुछ नहीं है
ट्रेड यूनियंस फेडरेशन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि इस अंतरिम बजट में कर्मचारियों के लिहाज से कोई घोषणा नहीं हुई है। न ही सीनियर सिटीजन को कोई राहत दी गई है। महगाई कैसे कम होगी, रोजगार कैसे बढ़ेंगे, इस बात का कोई जिक्र तक नहीं है। इस बार के बजट में बताने लायक कुछ नहीं हैं।
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