बरेली में मत्स्य विभाग मंत्री संजय निषाद की तबीयत बिगड़ी : निजी अस्पताल में भर्ती, योजनाओं की समीक्षा करने के लिए आए थे

निजी अस्पताल में भर्ती, योजनाओं की समीक्षा करने के लिए आए थे
UPT | मंत्री डॉक्टर संजय निषाद

Nov 08, 2024 23:46

यूपी सरकार के मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद शुक्रवार को जिले के दौरे पर आए थे। मगर, विभागीय मीटिंग के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। उनके प्रोटोकॉल के तहत मौके पर मौजूद चिकित्सा टीम ने तुरंत स्वास्थ्य और हृदय की जांच की। इसके बाद उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया

Nov 08, 2024 23:46

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद शुक्रवार को बरेली जिले के दौरे पर थे, लेकिन विभागीय बैठक के बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। मंत्री को बेचैनी महसूस होने पर मौके पर मौजूद चिकित्सा टीम ने उनकी त्वरित स्वास्थ्य जांच की, जिसके बाद उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

स्वास्थ्य में अचानक आई गिरावट
बताया गया कि मंत्री डॉ. संजय निषाद हार्ट के मरीज हैं और उन्हें पहले से ही हृदय में स्टेंट लगे हुए हैं। शुक्रवार को मंत्री विकास भवन में विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे, जहां उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई। इसके बाद, सर्किट हाउस में पट्टाधारकों को प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान भी उन्हें बेचैनी महसूस हुई, जिसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत उनकी जांच की और एहतियातन अस्पताल भेजा। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर हुई और वे अस्पताल से लौट गए। 



पट्टाधारकों का निशुल्क बीमा
इस दौरान बरेली में पट्टाधारकों के लिए कई योजनाओं की जानकारी भी दी गई। मंत्री ने बताया कि पट्टा मिलने के बाद सभी पट्टाधारकों का निशुल्क बीमा किया जाएगा, जिसमें दुर्घटना में मृत्यु पर 5 लाख रुपये, गंभीर चोट पर 2.5 लाख रुपये, और मामूली चोट पर 25,000 रुपये तक की सहायता मिलेगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत प्रत्येक विकास खंड में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी की जा रही है। 

मंत्री बोले, कैंप लगाकर बांटे किसान क्रेडिट कार्ड
मंत्री ने यह भी कहा कि यूपी के हर जिले से 10 उत्कृष्ट मछुआरों को अन्य राज्यों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा, ताकि मछुआ पालन में और बेहतर तकनीक का उपयोग किया जा सके। महिलाओं के लिए मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, जिसमें 70 हजार रुपये की मशीन 35 हजार रुपये के अनुदान पर उपलब्ध कराई जाएगी। 

Also Read