दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से चोरी हुए नवजात शिशु को बरेली जंक्शन पर ट्रेन से बरामद कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने मुरादाबाद की एक युवती और बांदा के एक युवक को हिरासत में लिया है।
बरेली जंक्शन पर ट्रेन से बरामद हुआ दिल्ली से चोरी हुआ नवजात : दो संदिग्ध हिरासत में, 45 दिन तक नहीं मिला था बच्चा
Nov 16, 2024 17:55
Nov 16, 2024 17:55
तलाशी अभियान में मिला नवजात
सूचना के आधार पर जीआरपी (Government Railway Police) और आरपीएफ (Railway Protection Force) की टीम ने बरेली जंक्शन पर संदिग्ध लोगों की तलाश शुरू की। उन्हें जानकारी मिली थी कि सफदरजंग अस्पताल से चोरी किया गया बच्चा एक ट्रेन के माध्यम से ले जाया जा रहा है। बरेली जंक्शन पर पहुंची टीम ने ट्रेन से उतर रहे एक संदिग्ध दंपति को रोका, जिनके पास नवजात शिशु था। पूछताछ में दंपति के उत्तर संतोषजनक नहीं पाए गए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। जांच में पुष्टि हुई कि यह वही बच्चा था जो दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल से चोरी हुआ था। बच्चे की पहचान के बाद पुलिस ने आरोपियों के साथ बच्चे को दिल्ली ले जाने का निर्णय लिया।
किसी बड़े रैकेट का हो सकता है हाथ
सफदरजंग थाना पुलिस ने जीआरपी को सूचना दी थी कि 45 दिन का एक बच्चा अस्पताल से चोरी हो गया है। चोरी करने वाले संदिग्ध आनंद विहार वाया बरेली-रक्सौल सद्भावना एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जीआरपी ने दोनों संदिग्धों को ट्रेन से हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि इस चोरी के पीछे किसी बड़े रैकेट का हाथ हो सकता है। पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं और यह रैकेट किन गतिविधियों में संलिप्त है।
दिल्ली पुलिस की सतर्कता से मिली सफलता
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से नवजात के चोरी होने के बाद दिल्ली पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए त्वरित कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों के माध्यम से उन्होंने यह जानकारी प्राप्त की कि बच्चा ट्रेन से ले जाया जा रहा है। इस सूचना के बाद बरेली जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने कार्रवाई की। संदिग्धों की पहचान मुरादाबाद की शाजिया उर्फ माही और बांदा के रोहित कुमार के रूप में हुई है।
माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं
नवजात की बरामदगी की खबर सुनकर बच्चे के माता-पिता बेहद खुश हो गए। पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्चे को माता-पिता को सौंपने का आश्वासन दिया है। बरेली पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस घटना में और कौन शामिल हो सकता है। साथ ही यह भी समझने का प्रयास हो रहा है कि क्या यह घटना मानव तस्करी से जुड़ी है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। नवजात शिशुओं की चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जो चिंता का विषय है। पुलिस और प्रशासन को इस दिशा में कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। बरेली पुलिस और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से नवजात शिशु को सुरक्षित बचाने में सफलता मिली है। इस घटना के बाद अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर निगरानी बढ़ाने की मांग जोर पकड़ रही है। मामले की आगे की जांच से कई और चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।