सिद्धार्थनगर की एक महिला के साथ एंबुलेंस में दुष्कर्म की कोशिश, लूट और मारपीट की घटना के बाद शासन की सख्ती के चलते अब छावनी पुलिस की लापरवाही की जांच शुरू हो गई...
एंबुलेंस में दरिंदगी पर शासन सख्त : छावनी पुलिस की लापरवाही की जांच शुरू, जानिए पूरा मामला
Sep 07, 2024 16:10
Sep 07, 2024 16:10
जानिए पूरा मामला
महिला के मुताबिक 29 अगस्त की शाम को वह लखनऊ से अपने बीमार पति को लेकर एंबुलेंस में जा रही थी। आरोप है कि छावनी क्षेत्र के हाईवे पर कुछ दरिंदों ने दुष्कर्म की कोशिश की और महिला व उनके पति को एंबुलेंस से उतार दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पति का ऑक्सीजन मास्क भी हटा दिया गया और उसे सड़क पर फेंक दिया गया। इस स्थिति में भी एंबुलेंस के चालक और हेल्पर ने कोई सहानुभूति नहीं दिखाई और महिला को पुलिस की ओर से मदद लेने की सलाह दी। इसके कुछ समय बाद डायल-112 की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिसकर्मियों ने मामले की गंभीरता को समझे बिना केवल सरकारी एंबुलेंस सेवा 108 से पति को अस्पताल ले जाने की सलाह दी और लौट गए। इसके बाद पीड़ित महिला ने 1 सितंबर को छावनी थाने पर जाकर मामला दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन उसे यह कहकर लौटा दिया गया कि मामला लखनऊ से संबंधित है और कार्रवाई वहीं होगी। महिला की तहरीर भी थाने में स्वीकार नहीं की गई। इसके बाद महिला लखनऊ के गाजीपुर थाने पहुंची, जहां से तहरीर लेकर उसे वापस भेज दिया गया।
छावनी पुलिस की लापरवाही की जांच शुरू
मीडिया में इस मामले की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और गाजीपुर थाने में मामला दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को लखनऊ पुलिस ने एंबुलेंस के हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच एसपी गोपालकृष्ण चौधरी के निर्देश पर सीओ सिटी सत्येंद्र भूषण तिवारी ने छावनी पुलिस की लापरवाही की जांच शुरू कर दी है। जांच में छावनी थाने के थाना प्रभारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है और रिपोर्ट तीन दिनों में प्रस्तुत की जाएगी।
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