यूपी के सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह ने सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी की है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह द्वारा किए गए एक ट्वीट ने सोशल मीडिया पर गहन चर्चा छेड़ दी है। अपने संदेश में, उन्होंने सरकारी नौकरियों में प्रवेश पाने के लिए जाली प्रमाणपत्रों का उपयोग करने वालों पर कड़ा प्रहार किया।
IPS Prachi Singh अचानक चर्चा में : फर्जी सर्टिफिकेट वाले अधिकारियों पर भड़कीं, बोलीं- कब तक दूसरों का हक खाओगे
Jul 16, 2024 20:25
Jul 16, 2024 20:25
- जाली प्रमाणपत्रों का उपयोग करने वालों पर कड़ा प्रहार
- विवाद में कई दूसरे अधिकारी भी चपेट में
कई प्रशासनिक अधिकारी विवादों में
यूपी के सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह ने सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी की है। उनके ट्वीट ने ऑनलाइन चर्चा को बढ़ावा दिया है। प्राची सिंह ने अपने संदेश में कहा कि जो लोग जाली प्रमाणपत्रों का उपयोग करके सरकारी नौकरियाँ प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई नौकरी चाहता है, तो उसे अपनी योग्यता के आधार पर प्राप्त करनी चाहिए। ऐसे लोग कब तक दूसरों के अधिकारों का हनन करते रहेंगे।
IAS पूजा खेडकर के दिव्यांग सर्टिफिकेट को लेकर शुरू हुआ विवाद कई दूसरे अधिकारियों को भी चपेट में ले रहा है। सोशल मीडिया पर कई अधिकारियों के नाम, उनकी रैंक और उनके कोटे को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि उन्होंने फर्जी EWS, जाति प्रमाण पत्र या फिर दिव्यांगता सर्टिफिकेट लगाकर अपनी रैंक बढ़ाई या फिर परीक्षा क्लियर करने में गलत तरीकों का इस्तेमाल किया
नौकरी के लिए फर्जी सर्टिफिकेट का सहारा
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह के एक ताजा बयान ने सोशल मीडिया पर गहन चर्चा छेड़ दी है। प्राची सिंह, जो अपने बेबाक स्वभाव के लिए जानी जाती हैं, उन्होंने सरकारी सेवाओं में प्रवेश के लिए अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों पर सवाल उठाए हैं। इस बयान के बाद, कई वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की नियुक्तियों को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है। कुछ इंटरनेट लोग दावा कर रहे हैं कि कुछ अधिकारियों ने अवैध तरीकों से उच्च पदों पर नियुक्ति पाई है। विशेष रूप से, कुछ ऐसे अधिकारियों के पुराने वीडियो तेजी से प्रसारित हो रहे हैं, जिन्होंने कथित तौर पर दिव्यांगता का दावा करके सेवा में प्रवेश किया था। इस विवाद के मद्देनजर, कई अधिकारियों ने अपने सोशल मीडिया खाते निष्क्रिय कर दिए हैं। यह मामला सरकारी सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है।
क्या बोलीं प्राची सिंह?
अब ऐसे ही अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए IPS प्राची सिंह ने लिखा है, 'कई UPSC कैंडिडेड EWS/PH इत्यादि का फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बनवाकर अनुचित तरीके से सर्विस में आ रहे हैं। कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं। आप लोग को शर्म आनी चाहिए। नौकरी करनी है तो अपने दम पर करो,कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे।' प्राची सिंह यहीं नहीं रुकीं।
उन्होंने आगे लिखा, 'मेरे निजी विचार हैं, बुरा मानने की आवश्यकता नहीं है। बाकी जो सच है वो सच है। सरकार को गुमराह करना बंद करिए, उससे पहले तो खुद को ही गुमराह करना बंद कर दीजिए।' बता दें कि पूजा खेडकर को लेकर शुरू हुए इस विवाद में कई चर्चित अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। सोशल मीडिया यूजर्स मांग कर रहे हैं कि इन अधिकारियों के खिलाफ भी जांच करवाई जाए।
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