चित्रकूट में दर्दनाक हादसा : मालगाड़ी की चपेट में आने से सिपाही की मौत, घर में दिवाली का माहौल बदला मातम में

मालगाड़ी की चपेट में आने से सिपाही की मौत, घर में दिवाली का माहौल बदला मातम में
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Oct 31, 2024 16:52

दीपदान मेले में ड्यूटी पर आए एक पुलिस सिपाही की बुधवार को कर्वी रेलवे स्टेशन के आउटर पर मालगाड़ी की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई।

Oct 31, 2024 16:52

Chitrakoot News : दीपदान मेले में ड्यूटी पर आए एक पुलिस सिपाही की बुधवार को कर्वी रेलवे स्टेशन के आउटर पर मालगाड़ी की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। सिपाही कान में ईयरफोन लगाए हुए था, जिससे वह दूसरी ओर से आ रही ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया और यह हादसा हो गया। इस घटना ने सिपाही के घर में दीवाली की खुशियों को मातम में बदल दिया है।

हादसे का पूरा घटनाक्रम
जीआरपी (रेलवे पुलिस) के थाना प्रभारी अजय भदौरिया ने बताया कि सिपाही विकास कुमार पांडेय (47) एटा जिले के राजा का रामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिल्सड़ के रहने वाले थे और वाराणसी में तैनात थे। विकास को दीपदान मेले में ड्यूटी के लिए सोमवार को चित्रकूट बुलाया गया था। मंगलवार की रात वह कर्वी स्टेशन के आउटर पर मानिकपुर की ओर टहल रहे थे। इसी दौरान मानिकपुर की तरफ से आ रही एक मालगाड़ी की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। यह दुखद घटना कुछ यात्रियों और स्थानीय लोगों की आंखों के सामने हुई, जिन्होंने सिपाही को पटरी के करीब आते देखा और चिल्लाकर हटने के लिए कहा, लेकिन कान में ईयरफोन होने की वजह से सिपाही को कोई आवाज सुनाई नहीं दी और यह हादसा हो गया।

परिवार में गम का माहौल
सिपाही विकास पांडेय अपने परिवार में सबसे बड़े थे और उनके तीन बेटे ऋतिक, वंशगोपाल, और भविष्य हैं। इस घटना ने परिवार में त्योहार की खुशियों को मातम में बदल दिया है। उनके बेटों ने बताया कि दीपावली की सजावट और पटाखों के लिए उनके पिता ने पहले ही पैसे दिए थे, और घर में उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली थीं। बेटों ने भावुक होकर कहा कि उन्हें नहीं पता था कि ड्यूटी के लिए जा रहे उनके पिता अब कभी लौटकर नहीं आएंगे। इस खबर से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है, और पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया है।

अधिकारियों का घटनास्थल पर पहुंचना
इस दुखद घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अरुण कुमार सिंह, अपर एसपी चक्रपाणि त्रिपाठी, सीओ राजकमल और कोतवाल उपेंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और उसके बाद विशेष वाहन के माध्यम से सिपाही का शव परिजनों के साथ उनके गांव पहुंचाया गया। इस हादसे ने पुलिस बल और स्थानीय लोगों को भी गहरी पीड़ा में डाल दिया है।



स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों और यात्रियों ने बताया कि सिपाही कान में ईयरफोन लगाए हुए थे, और टहलते हुए पटरी के करीब आ गए थे। ट्रेन को आते देख कुछ लोगों ने आवाज देकर सिपाही को हटने के लिए कहा, लेकिन उन्हें सुनाई नहीं दिया। यह एक हृदयविदारक घटना रही, जिसने एक परिवार के उत्सव को गम में बदल दिया।

शोक संतप्त परिवार और समुदाय
सिपाही विकास पांडेय की आकस्मिक मृत्यु से उनके परिवार और पुलिस विभाग दोनों में शोक की लहर है। उनके साथियों और रिश्तेदारों ने इसे एक अपूरणीय क्षति बताया है। इस दिवाली पर उनके गांव में गम का माहौल है, और स्थानीय समुदाय उनके परिवार के साथ सहानुभूति जताने के लिए इकट्ठा हो रहा है।

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