बांदा की जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की तबियत अचानक बिगड़ गई है। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक मुख्तार का आईसीयू में इलाज चल रहा है।
आईसीयू में एडमिट हुआ मुख्तार अंसारी : अचानक बिगड़ी तबियत, देर रात बांदा की जेल में क्या हुआ?
Mar 26, 2024 09:54
Mar 26, 2024 09:54
- मुख्तार अंसारी की बिगड़ी तबियत
- आईसीयू में कराया गया एडमिट
- देर रात की थी सीने में दर्द की शिकायत
देर रात जेल में क्या हुआ?
जानकारी के मुताबिक मुख्तार को सोमवार की रात घबराहट और बेचैनी महसूस हुई। वह पसीने से तर-बतर हो गया और उसने सीने में तेज दर्द की शिकायत की। इसके बाद उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। सूत्रों ने दावा किया कि मुख्तार यूरिनल इंफेक्शन से भी परेशान था। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद उसकी सर्जरी की सलाह दी थी।
Banda, UP | Gangster-turned-politician Mukhtar Ansari lodged in Banda jail has been admitted to the Rani Durgawati Medical College, Banda this morning after he complained of abdominal pain.
— ANI (@ANI) March 26, 2024
The hospital says that he is under treatment and is stable. pic.twitter.com/EFVdpo7KRd
जेलर हुए थे सस्पेंड
बीते दिनों ही मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया गया था। जेलर का नाम योगेश कुमार और दोनों डिप्टी जेलर का नाम राजेश कुमार और अरविंद कुमार है। बताया जा रहा है कि इन तीनों अधिकारियों ने मुख्तार को जेल ले जाते वक्त लापरवाही बरती थी, जिसके चलते इन्हें सस्पेंड किया गया है। इसी कारण जब देर रात मुख्तार की तबियत बिगड़ी, तो अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए थे।
मुख्तार ने जहर देने का लगाया था आरोप
मुख्तार अंसारी ने इसके पहले जेल प्रशासन पर उसे स्लो पॉइजन देने का आरोप लगाया था। मुख्तार की तरफ से कोर्ट में आवेदन देकर कहा था कि उसे जेल में विषाक्त पदार्थ दिया गया था, जिसके बाद घबराहट हो रही थी। उसने डॉक्टरों से इलाज करवाने की भी मांग की थी। हालांकि जेल प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। तब कहा गया था कि मुख्तार को खाना दिए जाने से पहले एक सिपाही और फिर डिप्टी जेलर उसे खाकर चेक करता है।
Also Read
5 Oct 2024 05:58 PM
डीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जहां पर भी सत्यापन करने में प्रधान सचिव आदि के फर्जी हस्ताक्षर कर सत्यापन रिपोर्ट लगाई गई है या गलत सत्यापन रिपोर्ट दी गई है इनकी जांच कर संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएं और पढ़ें