उत्तर प्रदेश के बांदा में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां ग्रामीणों (किसान और मजदूर) ने गांव के एक बैंक में जाकर हंगामा किया। यहां करीब 300 से 400 पीड़ित पहुंचे थे
Banda News : मजदूरों और किसानों के खातों से पैसे गायब, लोगों ने बैंक के बाहर किया धरना प्रदर्शन
Jun 14, 2024 13:36
Jun 14, 2024 13:36
ये है पूरा मामला
मामला जसपुरा थाना क्षेत्र के गड़रिया गांव का है। यहां रहने वाले सैकड़ों मजदूरों और किसानों के एक ही बैंक में खाते हैं। किसानों और मजदूरों का कहना है कि उनके खातों में आया मजदूरी, लोन का पैसा, किसान सम्मान निधि और पेंशन का पैसा अचानक गायब हो गया। किसानों और मजदूरों ने बैंक कर्मचारियों पर धोखाधड़ी कर पैसे निकालने का आरोप लगाया है। उनका यह भी कहना है कि उन्होंने अफसरों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनके पैसे धोखाधड़ी कर दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिए गए हैं। उन्होंने इसकी शिकायत बैंक मैनेजर से लेकर बांदा में अफसरों से भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने बैंक के बाहर धरना देकर अपने पैसे की मांग की, लेकिन धरना-प्रदर्शन का भी कोई नतीजा नहीं निकला।
मामले पर जल शक्ति राज्य मंत्री का कहना
जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद से लिखित शिकायत की, जिस पर मंत्री ने तत्काल डीएम, एसपी और बैंक के वरिष्ठ अफसरों को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए। जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने बताया कि गड़रिया गांव के निवासी और किसान उनके पास अपनी शिकायत लेकर आए थे। किसानों और मजदूरों ने उन्हें बताया कि उन्होंने गांव के एक बैंक में अपना खाता खुलवाकर उसमें अपनी मेहनत की कमाई जमा की थी, लेकिन अचानक उनके खातों से सारा पैसा गायब हो गया। उन सभी की शिकायत है कि उनके खातों से धोखाधड़ी कर पैसे निकाले गए हैं और उसका ट्रांजेक्शन दूसरे खातों में किया गया है। जो लोग आए थे, उनके पास बैंक की पासबुक और डिटेल भी थी।
बैंक मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया
इस मामले पर बैंक मैनेजर रामराज मीना ने बताया कि किसानों और मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं। जिन लोगों का कहना है कि उनके खातों से पैसे निकाले गए हैं, उन सभी के बयान ले लिए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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डीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जहां पर भी सत्यापन करने में प्रधान सचिव आदि के फर्जी हस्ताक्षर कर सत्यापन रिपोर्ट लगाई गई है या गलत सत्यापन रिपोर्ट दी गई है इनकी जांच कर संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएं और पढ़ें