Chitrakoot News: चित्रकूट एयरपोर्ट पर कोहरे और धुंध के कारण उड़ानों का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यह निर्णय 31 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा, जब तक मौसम की स्थिति में सुधार नहीं होता। फ्लाइंग विंग्स कंपनी के निदेशक विनय गंगेले ने बताया कि कोहरे और धुंध की वजह से दृश्यता में काफी कमी हो गई है, जिसके कारण विमान की लैंडिंग में दिक्कतें आ रही हैं। चित्रकूट एयरपोर्ट जो कि एक टेबल टाप एयरपोर्ट है, पर लैंडिंग और टेकऑफ की प्रक्रिया पहले से ही चुनौतीपूर्ण है। यहां पर रनवे छोटा होने की वजह से विमान की लैंडिंग केवल दिन के समय ही संभव हो पाती है। रात के समय प्लेन की लैंडिंग के लिए अभी तक कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे कोहरे के समय यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है।
कोहरे और धुंध के कारण दृश्यता में कमी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च को चित्रकूट एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया था, और 12 मार्च से लखनऊ के लिए उड़ानें शुरू हो गई थीं। शुरूआत में सप्ताह में चार दिन (मंगलवार, बुधवार, शनिवार और रविवार) 19 सीटर प्लेन चित्रकूट एयरपोर्ट आते-जाते थे। लेकिन अब मौसम के कारण उड़ानों का संचालन प्रभावित हो रहा है। विनय गंगेले ने बताया कि वर्तमान में जो स्थिति है, उसमें उड़ानें केवल दिन के समय ही संचालित हो पा रही हैं। शनिवार को एक उड़ान की लैंडिंग हुई थी, लेकिन उसके बाद कोहरे की स्थिति बिगड़ने के कारण उड़ानों को स्थगित कर दिया गया है।
उड़ानों को 31 दिसंबर तक स्थगित
अभी तक एयरपोर्ट पर बड़ा रनवे तैयार नहीं किया गया है, जिससे रात में उड़ान संचालन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। इसके अतिरिक्त, छोटे रनवे के कारण दृश्यता कम होने पर प्लेन की लैंडिंग बेहद मुश्किल हो जाती है। मौसम की स्थिति को देखते हुए फ्लाइंग विंग्स कंपनी ने आगामी उड़ानों को 31 दिसंबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। आने वाले दिनों में यदि मौसम में कोई सुधार होता है, तो उड़ानों का संचालन फिर से शुरू किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल यह स्थिति बनी रह सकती है। स्थानीय प्रशासन और विमानन कंपनियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति के बारे में एयरलाइन से पहले जानकारी प्राप्त करें।