हमीरपुर के जरिया थाना क्षेत्र में एक महिला की चलती कार में गला घोंटकर हत्या कर दी गई और उसके पति व बेटे पर जानलेवा हमला किया गया। आरोपियों ने गोहांड कस्बे के पास अपनी योजना को अंजाम दिया।
हमीरपुर में चलती कार में महिला की हत्या : पति व बेटा घायल, शव झाड़ियों में छिपाया, जानें सनसनीखेज मामला...
Sep 25, 2024 14:30
Sep 25, 2024 14:30
चित्रकूट दर्शन कराने के बहाने ले गया
यह घटना 21 सितंबर की मध्यरात्रि को हुई, जब पीड़ित परिवार को चित्रकूट दर्शन के बहाने कार में बिठाकर ले जाया गया। पुलिस के अनुसार, अपराधियों ने गोहांड कस्बे के पास अपनी योजना को अंजाम दिया। उन्होंने सूरज यादव, उनकी पत्नी अमन और बेटे रामजी का गला घोंटने का प्रयास किया। इस हमले में अमन की मौत हो गई, जबकि सूरज और रामजी किसी तरह बच गए।
पुलिस ने कार चालक को किया गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार चालक संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा एक अन्य संदिग्ध कल्लू उर्फ फूफा को भी हिरासत में लिया गया है। हालांकि, अभी तक जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
कार चालक की भूमिका संदिग्ध
पुलिस को शक है कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हो सकती है। कार चालक संजीव कुमार के पास महत्वपूर्ण जानकारी होने की संभावना है, लेकिन वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। जांच से पता चला है कि कार को चित्रकूट ले जाने के लिए वीर सिंह ने त्रिभुवन यानी चतुर सिंह के कहने पर बुक किया था। इन दोनों की जेल में मुलाकात के बाद जान-पहचान हुई थी, जो इस अपराध के पीछे एक गहरी साजिश की ओर इशारा करता है।
महिला के सिर को कूच कर झाड़ियों से छुपाया
राठ कस्बे से 12 किमी. की दूरी पर गोहांड है। सूरज यादव के साथ राठ से तकरीबन 3-4 किमी. की दूरी पर वारदात की गई। उसके बाद सूरज यादव के बेटे रामजी को गोहांड कस्बे से पहले अर्ध-मृत अवस्था में फेंक दिया गया। गोहांड कस्बे में 100 मीटर आगे सड़क के किनारे खेतों में महिला के सिर को कूचकर झाड़ियों से छिपा दिया गया।
घटनाक्रम पर सवाल
पीड़ित सूरज यादव का बयान कुछ सवाल खड़े करता है। उसका कहना है कि जब उसका गला घोंटा जा रहा था, तो वह चलती कार का दरवाजा खोलकर कूद गया। हालांकि, पुलिस इस बयान पर संदेह जता रही है, क्योंकि आमतौर पर चलती कार में सेंट्रल लॉक लगा होता है, जिससे दरवाजा खुलना असंभव होता है।
ठोस सुराग नहीं मिला
पुलिस इस जटिल मामले की गहन जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक आरोपियों से कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। जांच अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वे इस अपराध के पीछे के असली मकसद और षड्यंत्रकारियों का पता लगा सकें।
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