सरकार के निर्देश पर यूपी एटीएस की टीम ने गोंडा के धानेपुर थाना क्षेत्र में स्थित 20 से अधिक मदरसों में छापेमारी की और उनके संचालन और फंडिंग के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की।
मदरसों पर एटीएस की छापेमारी : फंडिंग से जुड़े सवालों के नहीं दे पाए जवाब, कई संचालक हुए फरार
Nov 08, 2024 18:14
Nov 08, 2024 18:14
फंडिग के बारे में पूछे सवाल
यूपी एटीएस के अधिकारियों ने मदरसा संचालकों से पूछा कि ये मदरसे बिना रजिस्ट्रेशन और मान्यता के कैसे संचालित हो रहे हैं, साथ ही मदरसों को मिलने वाली फंडिंग के स्रोत के बारे में भी सवाल किए। इस पर कई मदरसा संचालक जवाब देने में असमर्थ रहे, जिससे यह संदेह गहरा गया कि इन मदरसों का संचालन अवैध रूप से हो रहा था। गोंडा जिले में बिना रजिस्ट्रेशन और मान्यता के संचालित हो रहे इन मदरसों के खिलाफ जांच में यूपी एटीएस की टीम को महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
कमेटी के सदस्य मौके से फरार
मदरसों में छापेमारी के दौरान यह देखा गया कि कई मदरसा संचालक और संबंधित कमेटी के सदस्य मौके से फरार हो गए हैं, जिससे जांच में और भी रहस्य बढ़ गया है। इस मामले को लेकर गोंडा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी यूपी एटीएस की टीम को सहयोग दे रहा है। विभाग के सचिव ने निर्देश दिए थे कि अवैध मदरसों की जांच की जाए, जिसके बाद यूपी एटीएस की टीम ने गोंडा जिले में छापेमारी की कार्यवाही शुरू की थी।
बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे मदरसे
गोंडा जिले में अब तक 286 मकतब मदरसे बिना किसी रजिस्ट्रेशन और मान्यता के पाए गए थे। ये मदरसे सरकारी नियमों के तहत संचालित नहीं हो रहे थे, और अब उनकी फंडिंग और संचालन के स्रोतों की जांच की जा रही है। इस जांच से जिले में हड़कंप मच गया है, और इसके बाद इलाके के मदरसा संचालक बौखलाए हुए नजर आ रहे हैं। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है, और यूपी एटीएस को उम्मीद है कि इस जांच के जरिए कई अहम जानकारी सामने आ सकती है।
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