जानकारी के मुताबिक जिले के लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपत गांव के अवध किशोर सिंह ने अपनी जमीन 16 फरवरी को किसी को बेच दी थी। इसके दस्तावेज उप निबंधक कार्यालय में थे। पीड़ित का आरोप है कि बैनामा के बाद वरिष्ठ लिपिक ने दस्तावेज के लिए 15 हजार रुपये की मांग की।
विजिलेंस टीम की बड़ी कार्रवाई : 15 हजार रुपये घूस लेते रजिस्ट्री ऑफिस का वरिष्ठ लिपिक और प्राइवेट मुंशी गिरफ्तार
Mar 15, 2024 02:16
Mar 15, 2024 02:16
क्या था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक जिले के लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपत गांव के अवध किशोर सिंह ने अपनी जमीन 16 फरवरी को किसी को बेच दी थी। इसके दस्तावेज उप निबंधक कार्यालय में थे। पीड़ित का आरोप है कि बैनामा के बाद वरिष्ठ लिपिक ने दस्तावेज के लिए 15 हजार रुपये की मांग की। पैसा न देने पर दस्तावेज भी नहीं दे रहा था। अवध किशोर सिंह ने 2 दिन पहले इसकी शिकायत फोन करके गोरखपुर विजिलेंस को दी।
योजना के मुताबिक की कार्रवाई
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर विजिलेंस के इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के नेतृत्व में 14 सदस्यीय टीम गठित की गई। बृहस्तपतिवार की दोपहर करीब 1 बजे दो वाहनों से विजिलेंस की टीम रजिस्ट्री ऑफिस के पास पहुंची। योजना के मुताबिक अवध किशोर सिंह 15000 रुपये लेकर रजिस्ट्री ऑफिस में पहुंचे। जहां उन्होंने 15 हजार रुपये लेते हुए रूद्रपुर थाना क्षेत्र के इमलिया गांव के वरिष्ठ लिपिक कमलेश प्रसाद गौड़ पुत्र त्रिवेणी प्रसाद व प्राइवेट मुंशी कोतवाली थाना क्षेत्र के परान छपरा गांव के रामानंद यादव पुत्र स्व मटरू प्रसाद को रंगे हाथों पकड़ लिया।
टीम ने उनका हाथ धुलवाया तो पानी का रंग लाल हो गया। इसके बाद विजिलेंस टीम दोनों को लेकर कोतवाली पहुंची और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया। देर शाम को विजिलेंस की टीम दोनों को गोरखपुर लेकर चली गई। गिरफ्तार करने वालों में गोरखपुर विजिलेंस टीम के प्रभारी के अलावा शिवाजी राव, विजय शंकर दुबे, सुनील कुमार, हेमंत कुमार, त्रिवेणी प्रसाद, ईश्वर चंद्र, ओमप्रकाश मिश्रा, प्रदीप यादव, केके सिंह, सुभाष उपाध्याय आदि शामिल रहे।
क्या बोले अफसर
उप निबंधक कार्यालय, सलेमपुर की निबंधक अधिकारी प्रतिभा ने बताया कि तहसील क्षेत्र के बरडीहा दलपत गांव निवासी अवध किशोर सिंह ने 16 फरवरी को अपनी जमीन बेची थी। जिसका दस्तावेज क्रेता लेने नहीं आ रहा था। विक्रेता एक दिन दस्तावेज लेने के लिए आया था, लेकिन उससे क्रेता को लेकर आने की बात कही गई थी। आज जिस वरिष्ठ लिपिक को विजिलेंस टीम ले गई है वह निर्दोष है। उसका जबरन पैसा देकर वीडियो बनाया गया है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।
विजिलेंस प्रभारी गोरखपुर प्रदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर टीम उप निबंधक कार्यालय पहुंची थीं, जहां से एक लिपिक समेत एक मुंशी को पैसा लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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