कासगंज में महिला अधिवक्ता की हत्या के विरोध में विभिन्न अधिवक्ता संगठनों ने राज्यभर में प्रदर्शन किया और सरकार से सुरक्षा की मांग की। इसके तहत अधिवक्ताओं ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौंपा।
यूपी में अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर आक्रोश : हमलों और हत्याओं के विरोध में प्रदर्शन, सरकार से मांगी सुरक्षा, सड़क पर उतरे
Sep 07, 2024 16:54
Sep 07, 2024 16:54
अधिवक्ताओं की हड़ताल से न्यायिक कार्य प्रभावित
अधिवक्ताओं द्वारा न्यायिक कार्य से हड़ताल पर रहने के कारण न्यायालयों में कामकाज ठप हो गया। इसके चलते वादकारी बिना न्याय के ही कोर्ट से वापस लौटने को मजबूर हो गए। कासगंज जनपद में महिला अधिवक्ता की हत्या के बाद अधिवक्ताओं के बीच रोष और भी गहरा हो गया। विभिन्न अधिवक्ता संगठनों ने डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन और जिला कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के बैनर तले बैठक आयोजित की और इस घटना की कड़ी निंदा की।
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल पास नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार जल्द ही एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू नहीं करती, तो वे शांत नहीं बैठेंगे। अधिवक्ताओं ने मृत महिला अधिवक्ता के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। इस संबंध में एक पत्रक भी सौंपा गया।
अधिवक्ताओं का प्रदर्शन और भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरि, मंत्री अजय उपाध्याय, सुभाष चंद्र राव, शिव कुमार मणि, वरुण तिवारी, घनश्याम तिवारी सहित कई प्रमुख अधिवक्ता शामिल हुए। जिला कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मिश्रा और अन्य अधिवक्ताओं ने भी इस प्रदर्शन में भाग लिया। तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष युगुल
किशोर तिवारी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने एसडीएम विपिन कुमार द्विवेदी को पत्रक सौंपा।
सलेमपुर में भी विरोध प्रदर्शन
सिर्फ देवरिया ही नहीं, बल्कि सलेमपुर में भी अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया। यहां अधिवक्ताओं ने एसडीएम दिशा श्रीवास्तव को अपनी मांगों से संबंधित पत्रक सौंपा और विरोध जताया। प्रदर्शन में अधिवक्ता राधेश्याम पटेल, रामछबीला यादव, रविन्दर
यादव, अब्दुल हुसैन और अन्य प्रमुख अधिवक्ता मौजूद रहे।
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