गोरखपुर में मानव तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला को नशीला पदार्थ खिलाकर राजस्थान में बेचा गया। पुलिस ने चार महीने की लंबी जांच के बाद उसे सकुशल रेस्क्यू किया।
गोरखपुर में मानव तस्करी का खुलासा : महिला को नशीला पदार्थ खिलाकर राजस्थान में बेचा, पुलिस ने चार महीने बाद बचाया
Dec 18, 2024 14:45
Dec 18, 2024 14:45
महिला का रहस्यमय तरीके से लापता होना
यह घटना 8 जुलाई 2024 की है, जब सहजनवां के टिकरिया मिनवा गांव की एक महिला अचानक गायब हो गई थी। वह एक बिस्किट फैक्ट्री में काम करती थी। 8 जुलाई को काम खत्म करने के बाद महिला घर लौटने के लिए निकली थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। महिला के लापता होने के बाद उनके पति ने संत कबीर नगर के खलीलाबाद कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई। गुमशुदगी के बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की और पता चला कि महिला इस समय राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में है। स्थानीय पुलिस की मदद से संत कबीर नगर पुलिस ने उसे बरामद किया और घर वापस लाया।
समोसा खाने के बाद होश खो बैठी महिला
महिला ने पुलिस को बताया कि वह संत कबीर नगर जिले की बिस्किट फैक्ट्री में काम करती थी। उस दिन जब वह काम खत्म करके निकली, तो एक महिला और तीन अन्य लोग मिले। ये लोग उसे एक समोसा की दुकान पर ले गए और उसे समोसा खिलाया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो उसने पाया कि वह राजस्थान में एक सुनसान जगह पर है। महिला ने बताया कि उसे महावीर गुर्जर नामक व्यक्ति ने चार लाख रुपये में खरीदा था। वहां उसे बकरियां चराने का काम दिया गया और उसे बंधक बना लिया गया। इसके अलावा, महावीर ने उससे एक सादे कागज पर अंगूठा लगवाया। चार महीने तक वह किसी तरह बंधक बनकर काम करती रही।
बिलंदपुर खंता की महिला पर संदेह
जांच के दौरान गोरखपुर पुलिस को यह जानकारी मिली कि एक महिला, जो शायद बिलंदपुर खंता में रहती है, इस गिरोह से जुड़ी हुई है। महिला का आरोप है कि वह किशोरी और इस महिला को उस गिरोह तक पहुंचाने और बेचने में शामिल थी। इस मामले के सामने आने के बाद, गोरखपुर पुलिस ने पूरे मामले की जांच को और तेज कर दिया है।
पुलिस आरोपियों को पकड़ने में जुटी
गोरखपुर पुलिस और संत कबीर नगर पुलिस पूरे मानव तस्करी के गिरोह के बारे में जानकारी जुटाने और उन आरोपियों को पकड़ने में जुटी हुई है। अधिकारी इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रहे हैं और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
Also Read
19 Dec 2024 04:06 PM
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के निदेशक एवं एम्स गोरखपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रो. अजय सिंह ने गुरुवार को महायोगी गोरखनाथ.... और पढ़ें