नेपाल के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और नारायणी नदी में पानी छोड़े जाने से भारत के तराई इलाके में स्थित महराजगंज जनपद में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल की तरफ से आज 04 लाख...
Maharajganj News : नेपाल ने छोड़ा 4.5 लाख क्यूसेक पानी, नदी नाले उफान पर, बाढ़ का खतरा मंडराया
Jul 08, 2024 15:37
Jul 08, 2024 15:37
कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
नेपाल से नदियों में पानी छोड़े जाने के बाद महाराजगंज जनपद में बहने वाली नारायणी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इससे सोहगीबरवा समेत कई गांवों में पानी घुस गया है। सैकड़ों एकड़ फसल भी जलमग्न हो गई है। घुघली ब्लॉक के अंतर्गत ग्रामसभा बारी गांव के पश्चिम टोला के सीवान में मौन नाले के टूटने से फसल जलमग्न हो गई। पानी रिहायशी इलाके में भी पहुंच गया। जब प्रशासन ने इसकी सुध नहीं ली तो ग्रामीण और किसान यूनियन ने चौराहे पर चक्का जाम कर दिया। प्रशासन ने सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम खोला गया। आपको बता दें कि नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण सोहगीबरवा क्षेत्र के कई गांव प्रभावित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अचानक नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण उनके गन्ना और धान की फसल का पूरी तरह से खराब हो गई है और उन्हें एक बार फिर बाढ़ का खतरा सता रहा है।
हर साल बर्बाद हो जाती है फसल
नेपाल से भारतीय क्षेत्र में बहकर आने वाली नदियों व नालों के ऊफान से हर साल एक तरफ जहां सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो जाती है, वहीं जनपद के कई इलाके बाढ़ से पूरी तरह घिर जाते हैं। कई दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट जाता है और लोगों को अपना घर बार छोड़कर ऊंची जगहों पर जाने को मजबूर होना पड़ता है। शासन व प्रशासन की तमाम तैयारियों के बावजूद 2021 के मानसूनी बरसात में नेपाल से निकलकर आए नदियों नालों ने जमकर तबाही मचाई थी। जिसमें जनपद के 120 गांव प्रभावित हुए थे। 66 गांव पूरी तरह बर्बाद हो गए थे। जिससे हजारों एकड़ फसल, सड़क, पुलिया सहित ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचा था। वहीं, इस बार भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
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