झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुए भीषण अग्निकांड में मृत नवजातों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। 15 नवंबर की रात को एसएनसीयू वार्ड में लगी आग से 10 नवजातों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद रेस्क्यू किए गए दो और बच्चों ने दम तोड़ दिया।
झांसी अग्निकांड : 3 बच्चों की और मौत मौत मृत नवजातों की संख्या 15 हुई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट चौंकाने वाली
Nov 20, 2024 20:41
Nov 20, 2024 20:41
हादसे का कारण
पुलिस जांच के अनुसार, 15 नवंबर की रात करीब साढ़े 10 बजे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी और फिर धमाका हुआ। आग ने पूरे वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। वार्ड बॉय ने आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल किया, लेकिन वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था।
बचाव कार्य
सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और खिड़की तोड़कर पानी की बौछारें मारीं। आग की भीषणता को देखते हुए सेना को भी बुलाया गया। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
सवाल उठ रहे हैं
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों एक सरकारी अस्पताल में सुरक्षा के इतने लापरवाह हालात थे? क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं?
आगे की कार्रवाई
झांसी जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। साथ ही, सरकार ने मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।