राजभर ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मौत होती थी। हमारी सरकार ने इस बीमारी को लगभग खत्म कर दिया है। विपक्ष केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगा रहता है।
झांसी अग्निकांड : कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने विपक्ष पर किया पलटवार, कहा- विपक्ष केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगा रहता है
Nov 17, 2024 11:04
Nov 17, 2024 11:04
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि विपक्ष केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगा रहता है।
- हमारी सरकार ने इंसेफेलाइटिस बीमारी को लगभग खत्म कर दिया है।
- सरकार झांसी अग्निकांड को पूरी गंभीरता से ले रही है।
राजभर ने विपक्ष की आलोचना
इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मौत होती थी। हमारी सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्षों में इस बीमारी को लगभग खत्म कर दिया है। विपक्ष केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगा रहता है।" उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा जिम्मेदारी से भागने का काम किया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और 4 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। यह कमेटी सात दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की और सोशल मीडिया पर सरकार की निंदा करते हुए लिखा कि, झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की खबर बेहद दुखद है। उत्तर प्रदेश में लगातार ऐसी घटनाएं प्रशासन और सरकार की लापरवाही को उजागर करती हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार को जनता की सुरक्षा में नाकाम बताते हुए कहा कि ऐसी त्रासदियों से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति स्पष्ट होती है।
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अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य मंत्री की कार्यशैली पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, "उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सिर्फ सांप्रदायिक राजनीति में उलझे रहते हैं। मंत्री ब्रजेश पाठक को शायद यह याद नहीं होगा कि वह स्वास्थ्य मंत्री हैं। उनके पास न तो काम करने की शक्ति है, न ही कोई इच्छाशक्ति।" उन्होंने सरकार पर नवजातों की सुरक्षा में असफल होने का आरोप लगाते हुए इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीड़ित परिवारों की न्याय की मांग
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार अपनों की मौत का जिम्मेदार प्रशासन को ठहरा रहे हैं। कई परिजनों का कहना है कि आग लगने के बाद भी उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई। हादसे में शामिल नवजातों की सूची भी अब तक जारी नहीं की गई है, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है। पीड़ित परिजन लगातार डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे है।