केशवपुर ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि राज मणि चौधरी ने दो दिन पहले एक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि लेखपाल सरकारी जमीन का पट्टा जारी करने के लिए 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
रिश्वत लेते हुए लेखपाल का वीडियो वायरल : सरकारी भूमि पट्टा के बदले मांगे 10 हजार रुपये, आरोपी निलंबित
Nov 17, 2024 13:38
Nov 17, 2024 13:38
रिश्वतखोरी का वीडियो बना सबूत
केशवपुर ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि राज मणि चौधरी ने दो दिन पहले एक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि लेखपाल रामानंद गुप्ता निपानिया गांव के चार लोगों से सरकारी जमीन का पट्टा जारी करने के लिए 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। मामला तब सामने आया जब गांव के ही एक व्यक्ति दिलीप, ने 10,000 रुपए रिश्वत देते हुए लेखपाल का वीडियो बना लिया और इसे एसडीएम को सौंप दिया।
बस्ती : लेखपाल रामानंद गुप्ता को भूमि पट्टा के नाम पर 10 हजार रुपए की ली रिश्वत, रिश्वत लेते सारे आम पकड़ा गया, लेखपाल रामानंद गुप्ता को किया गया निलंबित, जिले के हरैया तहसील का मामला@bastipolice #Basti pic.twitter.com/P7ULw7yFZO
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) November 17, 2024
तहसीलदार ने की जांच
एसडीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए। एसडीएम हर्रैया के निर्देश पर तहसीलदार ने मामले की जांच की। जांच में रिश्वतखोरी का आरोप सही पाया गया। इसके बाद एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया और उसे राजस्व निरीक्षक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया।
लेखपाल पर पहले भी लगे थे आरोप
निलंबित लेखपाल रामानंद गुप्ता पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। लेकिन हर बार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बदलकर बचा लिया जाता था। ग्रामीणों का कहना है कि इस बार भी लेखपाल ने दावा किया था कि उसका "कुछ नहीं बिगड़ेगा", लेकिन वीडियो के पुख्ता सबूत के मिलने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
जिला प्रशासन ने जांच के दिए आदेश
जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में इस तरह की किसी भी शिकायत पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों के अनुसार, लेखपाल लंबे समय से अपने पद का दुरुपयोग कर रहा था और गरीब लोगों से अवैध वसूली करता था।