झांसी में केरला एक्सप्रेस हादसे के पीछे अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। ब्लॉक समय समाप्त होने के बाद भी मरम्मत कार्य जारी रखने के कारण यह हादसा होने से बाल-बाल बचा। जांच में एसएसई और ट्रैक मेंटेनरों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
झांसी रेल हादसा : अधिकारियों की लापरवाही आई सामने, ब्लॉक समय समाप्त होने के बाद भी हुआ काम
Oct 03, 2024 11:19
Oct 03, 2024 11:19
क्या हुआ था?
भोपाल से चलकर केरल जाने वाली एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 10 घंटे लेट थी। इसी बीच, सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने दैलवारा-ललितपुर रेलखंड पर पटरी मरम्मत के लिए डेढ़ घंटे का ब्लॉक लिया था। लेकिन निर्धारित समय में काम पूरा नहीं हो सका। इसके बाद भी रेलवे कर्मचारियों ने काम जारी रखा और ब्लॉक का समय समाप्त होने के बाद भी केरल एक्सप्रेस को उसी ट्रैक पर चला दिया गया। जिसके कारण ट्रेन टूटी पटरी पर पहुंच गई और हादसा होते-होते रह गया।
अधिकारियों के बयान दर्ज
मंडल रेल प्रबंधक के निर्देश पर गठित एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं। जांच में सामने आया है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
बड़ी दुर्घटना टली
बताते चलें कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह एक बड़ी दुर्घटना होने से बाल-बाल बची। अगर रेलवे कर्मचारी ब्लॉक समय समाप्त होने के बाद काम करना बंद कर देते तो यह हादसा नहीं होता।