ग्राम पंचायत धौर्रा की बुजुर्ग महिला फूला सहरिया ने अपने पुत्रों की मौत के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। वह जंगल से लकड़ी बीनकर अपने नाती-पोतों का पालन-पोषण कर रही हैं, लेकिन अभी तक उन्हें किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है।
Lalitpur News : संघर्ष की मिसाल बनीं बुजुर्ग महिला फूला, जंगल से लकड़ी बीनकर चला रहीं परिवार का गुजर-बसर
Dec 02, 2024 08:44
Dec 02, 2024 08:44
सरकारी योजनाओं से वंचित फूला सहरिया
फूला को अभी तक किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है। उनका न तो गरीबी रेखा का राशन कार्ड बना है और न ही उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला। हालांकि, हाल ही में उनके घर पर हर घर नल जल योजना के तहत पानी का कनेक्शन किया गया है।
जीरो पावर्टी योजना में नहीं किया गया चयन
शासन की ओर से चलाई जा रही जीरो पावर्टी योजना का मकसद गरीब और असहाय परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। लेकिन फूला सहरिया का परिवार अभी तक इस योजना के तहत चयनित नहीं हुआ।
स्पांसरशिप योजना का भी लाभ नहीं मिला
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित स्पांसरशिप योजना के तहत अनाथ बच्चों को हर महीने ₹4000 दिए जाते हैं। लेकिन इन बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा। अशिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण फूला सहरिया को इस योजना की जानकारी ही नहीं है।
ग्राम प्रधान और विकास अधिकारी का आश्वासन
ग्राम प्रधान धीरज सिंह यादव ने बताया, "फूला सहरिया के आवास और राशन कार्ड के लिए कागजात भेजे जा चुके हैं। आगामी सर्वे में उनका नाम जोड़ा जाएगा।" वहीं, ग्राम विकास अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने कहा, "इस परिवार को जल्द ही सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।"
संघर्ष के बावजूद हिम्मत की मिसाल
फूला सहरिया बाजार में लकड़ी बेचकर दो वक्त की रोटी का इंतजाम करती हैं। उनके संघर्ष की कहानी यह बताती है कि जीवन की कठिनाइयों से लड़ने का जज्बा इंसान को हर हाल में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
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