बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की एक मेधावी छात्रा ने छात्रवृत्ति न मिलने से हताश होकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि उसने बहुत मेहनत की, लेकिन अधिकारियों ने झूठे आश्वासन देकर उसे निराश किया।
Jhansi News : झूठे वादों के जाल में फंसी संजना, सिस्टम की खामियों ने ली होनहार छात्रा की जान
Jun 24, 2024 01:17
Jun 24, 2024 01:17
छात्रवृत्ति के लिए भटकती रही संजना
संजना कुशवाहा की आत्महत्या ने झांसी में सिस्टम की एक बड़ी खामी को उजागर किया है। वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से लेकर समाज कल्याण विभाग तक के चक्कर काटती रही, लेकिन हर जगह से निराशा ही मिली। संजना मेधावी थी और साथ ही एनसीसी कैडेट थी, जो पुलिस में भर्ती होने का सपना देखती थी। उसे उम्मीद थी कि छात्रवृत्ति के पैसे से उसकी पढ़ाई जारी रह सकेगी, लेकिन अफसरों के झूठे वादों ने उसकी उम्मीदों को चूर-चूर कर दिया।
सुसाइड नोट में उभरा दर्द और असफल सिस्टम
संजना ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने यह कदम इसलिए उठाया ताकि लोगों को पता चल सके कि वह कितनी परेशान थी। उसने लिखा कि उसकी छात्रवृत्ति की राशि 28 हजार रुपये नहीं आई, जबकि सभी के आ चुके थे। उसने अपने आधार कार्ड की फीडिंग के लिए विकास भवन और बैंक तक का दौरा किया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। संजना ने लिखा कि उसने और उसकी मां ने बहुत मेहनत की, लेकिन अंततः उन्हें निराशा ही मिली। इसके बावजूद, अधिकारियों का कहना है कि छात्रवृत्ति का प्रोसेस पूरा हो चुका था, लेकिन तकनीकी कारणों से पैसे संजना के खाते में नहीं पहुंच सके।
Also Read
17 Sep 2024 12:42 AM
झांसी में एक दिल दहलाने वाला वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक बेटा अपनी 75 वर्षीय बुजुर्ग मां को बेरहमी से पीटता नजर आ रहा है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। और पढ़ें