कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बसपा की हार के बाद, पार्टी प्रमुख मायावती ने कानपुर के जिलाध्यक्ष को बदल दिया है। पिछले 16 महीनों में यह छठी बार है जब बसपा ने कानपुर में जिलाध्यक्ष पद पर परिवर्तन किया है। इस बार की हार के लिए जिलाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया गया है।
Kanpur News : बसपा सुप्रीमो मायावती ने 16 महीने में छठी बार बदला जिलाध्यक्ष, सीसामऊ उपचुनाव की हार का फोड़ा ठीकरा
Dec 23, 2024 20:10
Dec 23, 2024 20:10
सीसामऊ उपचुनाव में जातीय गणित को साधते हुए वीरेंद्र शुक्ला को प्रत्याशी बनाया गया था। विधानसभा क्षेत्र में 40 से अधिक मलिन बस्तियों के मतदाताओं के भरोसे जीत का सपना देखने वाली बसपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया। बसपा के प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा सके, उनको महज 1327 वोट मिले थे। इसके बाद संगठन में बदलाव करने की मांग उठने लगी। बसपा ने 10 माह पहले राजकुमार कप्तान को जिलाध्यक्ष बनाया था।
तीन महीने में ही पद से हटा दिया था
बसपा सुप्रीमों मायावती ने राजकुमात कप्तान को हटाकर जय प्रकाश गौतम को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। इससे पहले उन्हें तीन माह के लिए जिम्मेदारी मिली थी। कानपुर में जिलाध्यक्षों को हटाने का सिलसिला बड़ा ही दिलचस्प है। बसपा ने 2023 में जिलाध्यक्ष के पद से रामेश्ववर चौधरी को हटाया था। उनके स्थान पर मौजूदा जिलाध्यक्ष जय प्रकाश गौतम को कुर्सी सौंपी गई थी। तीन महीने बाद उन्हें हटाकर बीपी अंबेडकर को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
मात्र 16 दिनों पद से हटाया
बसपा ने महज 16 दिनों में बीपी अंबेडकर को हटाकर राम शंकर कुरील को जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन दो महीने बाद उन्हें भी हटा दिया गया। फरवरी 2024 में राजकुमार कप्तान को जिलाध्यक्ष बनाया गया। जय प्रकाश गौतम ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कार्यालय में बैठक की। उन्होंने कहा कि बसपा के काडर वोट बैंक को फिर से जोड़ने का काम किया जाएगा।