ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी विशाख जी ने बीती रात शहर के विभिन्न रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
Aligarh News : डीएम ने रात्रि भ्रमण कर रैन बसेरों की स्थिति का लिया जायजा, जरूरतमंदों को मदद के निर्देश
Dec 23, 2024 23:27
Dec 23, 2024 23:27
- रैन बसेरों में सुविधाओं की स्थिति पर जोर
- अलाव जलाने और मॉनिटरिंग के निर्देश
रैन बसेरों में सुविधाओं की स्थिति पर जोर
जिलाधिकारी ने भ्रमण के दौरान नगर आयुक्त विनोद कुमार को निर्देशित किया कि सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में कंबल उपलब्ध कराए जाएं और आने वाले लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति के पास पहचान पत्र न होने पर उसे रैन बसेरे से वापस न किया जाए।
अलाव जलाने और मॉनिटरिंग के निर्देश
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शहर के चिन्हित स्थानों और सभी रैन बसेरों में अलाव जलाने की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नगर निगम अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए, ताकि ठंड से बचने के लिए लोगों को अलाव की सुविधा मिल सके। नगर आयुक्त विनोद कुमार ने बताया कि अलीगढ़ नगर निगम क्षेत्र में कई स्थायी और अस्थायी रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। इनमें भुजपुरा पुलिस चौकी, गांधी पार्क मार्केट, गूलर रोड पूर्व हैजा अस्पताल, मसूदाबाद बस अड्डा, बुद्ध विहार बस डिपो, नौरंगीलाल इंटर कॉलेज, शमशाद मार्केट और केला नगर शामिल हैं। रेलवे और बस स्टेशन के पास नौरंगीलाल इंटर कॉलेज के सामने 75 बिस्तरों का अस्थायी शेल्टर होम स्थापित किया गया है, जबकि कंपनीबाग चौराहे के निकट 100 बिस्तरों वाला स्थायी शेल्टर होम भी पूरी तरह क्रियाशील है। इन रैन बसेरों में अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें निःशुल्क ठहरने की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, प्रकाश, प्राथमिक उपचार और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं।
रात्रि में लोग आते हैं रैन बसेरों में
नौरंगीलाल इंटर कॉलेज के अस्थायी शेल्टर होम के प्रभारी शेर खान ने बताया कि प्रतिदिन यहां 45 से 55 लोग रात्रि में ठहरने आते हैं। केला नगर शेल्टर होम के प्रभारी प्रहलाद सिंह ने बताया कि यहां प्रतिदिन 15 से 20 लोग रुकते हैं। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान इन दोनों स्थानों पर अलाव जलते हुए पाए गए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सिविल डिफेंस के वार्डन और नगर निगम के जोनल अधिकारियों के साथ मिलकर सड़कों पर सो रहे बेसहारा और असहाय लोगों को रैन बसेरों में भेजा जाए। इसके अलावा, जरूरतमंदों को कंबल और अन्य सहायता भी उपलब्ध कराई जाए।