आईआईएस, कानपुर की आधारशिला 19 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 16000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली यह इमारत अब एनएसटीआई परिसर में प्रयोगशाला विकास के लिए तैयार है।
Kanpur News : उभरती प्रौद्योगिकियों में युवाओं को प्रशिक्षित और कुशल बनाएंगे आईआईएस कानपुर, पीएम मोदी ने किया वर्चुअल उद्घाटन
Feb 22, 2024 00:15
Feb 22, 2024 00:15
- आईआईटी कानपुर की ओर से संचालित है आईआईएस कानपुर में युवाओं को नए दौर में उद्योग की उन्नत टेक्नोलॉजी से युक्त मिलेगा प्रशिक्षण
- संस्थान में होंगी मशीनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और स्पेशल पर्पस टेक्नोलॉजी के तहत कौशल विकास से संबंधित अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं
आईआईटी कानपुर द्वारा मार्गदर्शित राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), कानपुर में आईआईएस बनाया गया है। उभरती प्रौद्योगिकियों में युवाओं को प्रशिक्षित और कुशल बनाने के लिए, आईआईटी कानपुर और आईआईएस कानपुर ने नवंबर-2023 में शिक्षा एवं कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। जिसके तहत आईआईटी पांच वर्षों तक आईआईएस का मार्गदर्शन करेगी।
आईआईएस में 12 अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं
आईआईएस, कानपुर की आधारशिला 19 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 16000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली यह इमारत अब एनएसटीआई परिसर में प्रयोगशाला विकास के लिए तैयार है। इस परिसर में चार प्रमुख श्रेणियों जैसे मशीनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और स्पेशल पर्पस टेक्नोलॉजी के तहत कौशल विकास से संबंधित कम से कम 12 अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं होंगी।
आईआईएस में आईआईटी कानपुर की भूमिका
आईआईएस कानपुर में प्रयोगशाला की बुनियादी ढांचे के विकास में आईआईटी कानपुर की भूमिका अहम है। वह प्रयोगशाला प्रणाली के आधार पर एक उपयुक्त पाठ्यक्रम तैयार करेगा। साथ ही संकाय सदस्यों और तकनीकी विशेषज्ञों की भर्ती प्रक्रिया में मदद करेगा। दोनों संस्थानों द्वारा अनुमोदित संयुक्त प्रमाणपत्र और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की पेशकश करना है। आईआईएस कानपुर में प्रशिक्षण के पूरक के लिए आईआईटी कानपुर में सेंटर फॉर डीप स्किल ट्रेनिंग एंड रिसर्च (सीडीएसटीएआर) की स्थापित करना भी शामिल है।
सेंटर फॉर डीप स्किल ट्रेनिंग एंड रिसर्च
अनुभवात्मक शिक्षा को और बढ़ाना है। आईआईएस और आईआईटीके के छात्रों के बीच कौशल और ज्ञान साझा करने के लिए आईआईटी कानपुर के सेंटर फॉर डीप स्किल ट्रेनिंग एंड रिसर्च में कम से कम छह डीप-स्किल प्रयोगशालाएं होंगी। इसमें नॉइस एंड वाइब्रेशन लैब, एडवांस्ड कंट्रोल सिस्टम लैब, एडवांस्ड रोबोटिक्स लैब, सेमीकंडक्टर पैकेजिंग लैब, मेडिकल इमेजिंग लैब और ड्रग एंड फार्मा लैब शामिल होंगी। आईआईटी कानपुर आईआईएस के कुशल पेशेवरों को आईआईटी कानपुर के एसआईआईसी और टेक्नॉलजी पार्क में उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र में एकीकृत करेगा।
आईआईएस को दिशा और समर्थन देंगे
आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. एस. गणेश ने कहा कि आईआईएस कानपुर के साथ एक संरक्षक के रूप में जुड़ना आईआईटी कानपुर के लिए गर्व की बात है। एक मार्गदर्शक संस्थान के रूप में हम आईआईएस कानपुर को लगातार दिशा और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर भारत की उन्नति और नवाचार को चलाने में सक्षम पेशेवर कुशल लोग के विकास की सुविधा मिल सके।
आईआईएस में नवाचार संग मिलेगा प्रशिक्षण
क्षेत्रीय निदेशक, कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय यूपी, जेडी मसिलामणि ने कहा कि यह भारत में कौशल विकास और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। आईआईटी कानपुर के मार्गदर्शन में हम उद्योग और नवाचार के लगातार विकसित हो रहे परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल के साथ युवाओं को सशक्त बना सकते हैं।
प्रो. बिशाख भट्टाचार्य करेंगे कोर टीम का नेतृत्व
प्रो. बिशाख भट्टाचार्य, एचएएल चेयर प्रो. मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रोफेसर-इन-चार्ज के रूप में आईआईटी कानपुर कोर टीम का नेतृत्व करेंगे। जिसमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. अभिलाष पटेल और डॉ. सौम्य रंजन साहू और सह-समन्वयक के रूप में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. केवल एस रमानी, डॉ. विर्केश्वर शामिल होंगे। इसमें इस प्रयास में आगे चल कर, आईआईटी कानपुर के और भी संकाय सदस्य शामिल होंगे। प्रो. बिशाख भट्टाचार्य ने कहा कि हमारी टीम को नेतृत्व मिलना सम्मान की बात है। हमारा लक्ष्य आज के तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के साथ युवाओं को सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में एचएएल कानपुर के महाप्रबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के एम. देवराज, क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय, जेडी मसिलामणि, डसॉल्ट एविएशन के प्रतिनिधि और आईआईटी कानपुर के संकाय सदस्य आदि ने भाग लिया।
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