कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के दीन दयाल शोध केन्द्र के अंतर्गत संचालित कर्मकांड एवं ज्योतिर्विज्ञान विभाग व स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर की ओर से पितृ विसर्जन अमावस्या के अवसर पर "एक पेड़ पूर्वजों के नाम" कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पितृ विसर्जन अमावस्या : विवि में पितरों के नाम से रोपित किये गये पौधे
Oct 02, 2024 17:09
Oct 02, 2024 17:09
Kanpur News : कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के दीन दयाल शोध केन्द्र के अंतर्गत संचालित कर्मकांड एवं ज्योतिर्विज्ञान विभाग व स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर की ओर से पितृ विसर्जन अमावस्या के अवसर पर "एक पेड़ पूर्वजों के नाम" कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
रुद्राक्ष का पौधा किया रोपित
श्री विश्वेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक, कुलप्रतिष्ठा आयुर्वेदाचार्य डॉ वंदना पाठक ने अपने पूर्वजों की स्मृति में रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति व दीन दयाल शोध केंद्र के निदेशक प्रो सुधीर कुमार अवस्थी ने पीपल, कैथा व जामुन के पौधे रोपित किये। वृक्षारोपण से पहले वृक्षों का पूजन व संकल्प डॉ श्रवण कुमार द्विवेदी ने कराया।
इस मौके पर कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक ने कहा कि आज पौधरोपण हम अपने पूर्वजों की स्मृति में कर रहे है तो इसकी देखभाल करना भी हमारी जिम्मेदारी है। प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि पितृ पक्ष में अपने पितरों स्मृति में पेड़ लगाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है, कुल की वृद्धि होती है एवं परिवार में संपन्नता आती है। कर्मकांड एवं ज्योतिर्विज्ञान विभाग के आचार्य डॉ श्रवण कुमार द्विवेदी ने कहा कि पीपल के पेड़ में देवताओं के साथ पितर भी वास करते हैं इसलिए पितृ विसर्जन अमावस्या पर पीपल के साथ-साथ अशोक, शमी का पौधा रोपित करने से पितरों की विशेष कृपा होती है।
इन लोगो ने भी किया वृक्षारोपण
स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर के निदेशक डॉ हिमांशु त्रिवेदी, दीन दयाल शोध केंद्र के सह निदेशक डॉ दिवाकर अवस्थी, पत्रकारिता विभाग के डॉ ओमशंकर गुप्ता, डॉ अंकित सिंह भदौरिया ने भी अपने पूर्वजों की स्मृति में एक-एक पेड़ लगाया।इस मौके पर कमर्चारियों व विद्यार्थियों ने भी वृक्षरोपण किया।
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