किशोरियों के संरक्षण गृह से भागने के पीछे के कारणों की जांच तेज़ी से चल रही है। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने इस मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों की एक विशेष समिति बनाई है। यह समिति जांच करेगी कि संरक्षण गृह में उपलब्ध सुविधाएं कैसी थीं, सुरक्षा के इंतजाम क्यों नाकाफी साबित हुए और लड़कियों के भागते समय कोई उन्हें रोक क्यों नहीं सका।
लखनऊ से फरार छह किशोरियां बिहार के सिवान से मिलीं : सभी की तलाश पूरी, अनाथालय का लाइसेंस होगा निरस्त
Oct 20, 2024 19:45
Oct 20, 2024 19:45
18 अक्टूबर को ग्रिल काटकर भागी थीं 9 किशोरियां
घटना के मुताबिक श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से विगत शुक्रवार को नौकिशोरियों ने ग्रिल काटकर भागने की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद संरक्षण गृह की अधीक्षिका ने तुरंत एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस इन किशोरियों की तलाश में जुट गई थी। शुरुआती जांच के दौरान दो किशोरियों को उसी दिन लखनऊ में ही पकड़ लिया गया था। जबकि एक और किशोरी को शनिवार को अयोध्या से तलाशने में सफलता मिली।
सीसीटीवी फुटेज से मिला बिहार जाने का सुराग
फरार किशोरियों की तलाश में जुटी पुलिस भीड़भाड़ वाले स्थानों पर गहन जांच पड़ताल में जुटी थी। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए। इसी कड़ी में चारबाग रेलवे स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिला कि ये लड़कियां बिहार जा रही हैं। फुटेज से पता चला कि किशोरियां एक बिहार जाने वाली ट्रेन में सवार हुई थीं। इसके बाद पुलिस की एक टीम बिहार भेजी गई। रविवार सुबह पुलिस ने सिवान रेलवे स्टेशन से इन किशोरियों को पकड़ लिया। पुलिस ने जिलाधिकारी को उनके मिलने की जानकारी भी दी।
किशोरियों के भागने के कारणों की जांच को विशेष समिति गठित
किशोरियों के संरक्षण गृह से भागने के पीछे के कारणों की जांच तेज़ी से चल रही है। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने इस मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों की एक विशेष समिति बनाई है। यह समिति जांच करेगी कि संरक्षण गृह में उपलब्ध सुविधाएं कैसी थीं, सुरक्षा के इंतजाम क्यों नाकाफी साबित हुए और लड़कियों के भागते समय कोई उन्हें रोक क्यों नहीं सका। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संरक्षण गृह का लाइसेंस किया जाएगा निरस्त
श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से किशोरियों के भागने की घटना के बाद जिलाधिकारी ने इस संरक्षण गृह को बंद करने का आदेश जारी किया है। यहां की सभी 33 लड़कियों को राजकीय बालिका संरक्षण गृह, पारा में शिफ्ट किया गया है। प्रशासन ने संरक्षण गृह का लाइसेंस निरस्त करने के लिए निदेशालय को पत्र भी भेजा है। इसके साथ ही, प्रदेश के सभी जिलों के सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) को भी पत्र भेजकर इस संरक्षण गृह में बालिकाओं को न भेजने का निर्देश दिया गया है।
देवपुर पारा के संरक्षण गृह में नाराज हैं किशोरियां
अलीगंज के संरक्षण गृह से हटाकर किशोरियों को देवपुर पारा के राजकीय बालिका संरक्षण गृह भेजा गया, लेकिन इससे किशोरियों में काफी नाराजगी है। बताया जा रहा है कि किशोरियां इसके विरोध में बहुत हंगामा कर रही हैं। वह अलीगंज जाने की मांग कर रही हैं। उन्हें शांत करने की कोशिश की जा रही है, हालांकि वह मानने को तैयार नहीं हैं।
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