खुलासे के बाद छात्रा अपने मौसेरे भाई की शक्ल तक नहीं देखना चाहती है। उसे शुरुआत में हर्ष के ही इस पूरी वारदात के पीछे होने का यकीन नहीं हुआ। कहा जा रहा है कि छात्रा ने हर्ष से बात करने से पूरी तरह इनकार कर दिया है।
Acid Attack: आरोपी और मौसेरे भाई से आमने-सामने पूछताछ करेगी पुलिस! बहन नहीं देखना चाहती शक्ल
Jul 09, 2024 19:24
Jul 09, 2024 19:24
छात्रा ने मौसरे भाई से बात करने से किया इनकार
इस बीच सामने आया है कि हर्ष को मौसरे भाई के परिवार ने 20 साल पहले गोद लिया था। परिवार के लोग उसका पूरा ध्यान रखते थे। हर्ष को देखकर कभी उन्हें इस बात का एहसास नहीं हुआ कि वह कभी इतनी गहरी साजिश रच सकता है। कहा जा रहा है कि हर्ष ने छात्रा की नजरों में हीरो बनने के लिए दोस्त के साथ मिलकर पूरा प्लान तैयार किया। उसके दिमाग में कुछ अलग ही चल रहा था। इस खुलासे के बाद छात्रा अपने मौसेरे भाई की शक्ल तक नहीं देखना चाहती है। उसे शुरुआत में हर्ष के ही इस पूरी वारदात के पीछे होने का यकीन नहीं हुआ। कहा जा रहा है कि छात्रा ने हर्ष से बात करने से पूरी तरह इनकार कर दिया है। वहीं परिजनों ने भी हर्ष को लेकर गहरी नाराजगी है। चिकित्सकों के मुताबिक छात्रा की हालत अब स्थिर है। एसिड की वजह से उसकी आंखों में जलन हो रही है। चेहरे के घाव धीरे धीरे ठीक हो रहे हैं। हालांकि परिजन छात्रा के पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही उसे घर ले जाने की बात कह रहे हैं।
छात्रा के परिजन पीछे हटने को तैयार नहीं
परिजनों से बातचीत में सामने आया है कि छात्रा के मौसा मनमोहन तिवारी की कोई संतान नहीं थी। इस वजह से करीब 20 वर्ष पहले उन्होंने हर्ष को गोद लिया था। हर्ष को छात्रा का परिवार भी बेहद मानता था। उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि उनकी बेटी को लेकर हर्ष इस तरह की घिनौनी साजिश रच सकता है। हर्ष का व्यवहार भी परिवार के लोगों के प्रति अच्छा था। ऐसे में उसके इस तरह साजिश रचने का खुलासा होने के बाद से ही सभी लोग हैरान हैं। वह अभी तक इसकी वजह पुलिस को नहीं बता पा रहे हैं। उधर हर्ष को गोद लेने वाला परिवार भी सच्चाई जानकार सकते में है। उधर छात्रा के परिजन इस मामले में अब पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वह कानूनी तौर पर मामले को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जिससे उनकी बेटी के साथ ऐसा करने वालों को सजा मिल सके।
शासकीय अधिवक्ता करेंगे मामले में पैरवी
राजधानी में दिनदहाड़े हुई इस वारदात को लेकर पुलिस बेहद गंभीर है। एसिड अटैक के मामले में राज्य सरकार के स्वयं पैरवी की बात कही जा रही है। आरोपी को सजा दिलाने के लिए शासकीय अधिवक्ता के माध्यम से कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसलिए पुलिस विवेचना में कोई भी अहम बिंदु नहीं छोड़ना चाहती। इस प्रकरण को जिला जज ने भी संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। पुलिस पूरी जांच पड़ताल के बाद मामले में फाइनल रिपोर्ट बनाएगी।
मोबाइल की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस
पुलिस पीड़ित छात्रा के मोबाइल की जांच कर रही है। छात्रा ने वारदात से पहले उसे कुछ मोबाइल नंबरों से परेशान किए जाने की बात कही थी। इसके बाद उसने करीब आठ नंबर ब्लॉक कर दिए थे। पुलिस इसकी गहराई से छानबीन कर रही है। वहीं हर्ष के मोबाइल से भी घटना को लेकर सबूत जुटाए जा रहे हैं। हर्ष के पूरी तरह ठीक होने के बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी।
ऐसिड फेंकने वाले अभिषेक की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
पुराने लखनऊ में 3 जुलाई को चौक स्टेडियम के पास रामलीला ग्राउंड के सामने इस वारदात को अंजाम दिया गया था। वारदात के कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने मुठभेड़ में एसिड फेंकने वाले लखीमपुर खीरी के अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद प्रकरण में छात्रा के मौसरे भाई हर्ष की भूमिका का खुलासा हुआ।
अभिषेक और हर्ष का आमना-सामना करा सकती है पुलिस
अभिषेक के पास से बरामद मोटरसाइकिल हर्ष के पिता की निकली। वहीं कॉल डिटेल में आरोपी और हर्ष के बीच लगातार बातचीत होने की पुष्टि हुई है। कहा जा रहा है कि हर्ष ने ही अभिषेक को एसिड दिया था। हालांकि ये एसिड वह कहां से लाया, ये उससे पूछताछ के बाद सामने आएगा। पारिवारिक मामला होने के कारण पुलिस सभी सूबतों के साथ खुलासा करना चाहती है। ये भी कहा जा रहा है कि घटना के बाद हर्ष ने छात्रा के परिजनों से उसका नाम एफआईआर में नहीं आने की बात कही थी, उसका कहना था कि इससे उसका करियर चौपट हो जाएगा। तब परिवालवाले हैरान थे कि आखिर हर्ष ऐसा क्यों कह रहा है। हर्ष के पूरी तरह ठीक होने पर पुलिस उसका और आरोपी अभिषेक का आमना सामना भी करा सकती है, जिससे दोनों से पूछताछ में सच्चाई पूरी तरह सामने आ सके।
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