आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में उच्च रक्तचाप लोगों के स्वास्थ्य की प्रमुख चुनौती है। उच्च रक्तचाप को खामोश हत्यारा कहा जाता है...
High blood pressure : लखनऊ विश्वविद्यालय में उच्च रक्तचाप का योगिक प्रबंधन पर सेमिनार का आयोजन
![लखनऊ विश्वविद्यालय में उच्च रक्तचाप का योगिक प्रबंधन पर सेमिनार का आयोजन](https://image.uttarpradeshtimes.com/sa-thumbnail-2024-06-03t005347458-40663.jpg)
Jun 03, 2024 00:56
Jun 03, 2024 00:56
एक तिहाई लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत
डॉ शिखा गुप्ता ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि विश्व में 30 से 79 वर्ष की आयु के लगभग एक तिहाई लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है। भारत देश में लगभग 18 करोड़ लोग उच्च रक्तचाप के साथ जीवन जी रहे है। अगले 10 वर्षों में हृदय रोग से होने वाली पांच लाख मौतों को रोका जा सकता है।
योग की महत्वपूर्ण भूमिका
उन्होने कहा कि अगर पश्चिमोत्तानासन, सर्वांगासन, भुजंगासन, बालासन के साथ ही अनुलोम-विलोम तथा भ्रामरी प्राणायाम के अभ्यास किया जाए। डॉ शिखा गुप्ता ने कहा की उच्च रक्तचाप के प्रबंधन के लिए ने नेचुरोपैथी चिकित्सा अग्रणी भूमिका निभाती है।
प्राकृतिक चिकित्सा बहुत जरूरी
प्राकृतिक चिकित्सा इस विश्वास पर आधारित है कि मन का शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह बीमारी के साथ-साथ बीमारी के स्रोत को भी संबोधित करता है। प्राकृतिक चिकित्सा दर्शाती है कि दवा लेना ही एकमात्र विकल्प नहीं है। इसके प्रबंधन के लिए माथे की पट्टी, हॉट फुट बाथ, संतुलित आहार, उचित नींद लेना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर गंभीर बीमारी
प्रियांजलि पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप एक गंभीर बीमारी है। यह दिल को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। दिल की विफलता (हार्ट फेलियर), सीने में दर्द हो सकता है। यह मस्तिष्क को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है। जिससे स्ट्रोक हो सकता है। यह किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है और किडनी फेलियर का कारण भी बन सकता है।
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