डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय एकेटीयू के दीक्षांत समारोह मेधावियों पर स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों की बारिश हुई।
एकेटीयू दीक्षांत समारोह : मेधावियों पर बरसे पदक, 47269 छात्रों को डिग्री और 91 को मिला मेडल
Aug 13, 2024 21:30
Aug 13, 2024 21:30
- दीक्षांत में दिए गए 39 स्वर्ण, 27 रजत और 25 कांस्य पदक
- झलक जैन को दिया कुलाधिपति स्वर्ण पदक
राज्यपाल ने बांग्लादेश का किया जिक्र
इस दौरान राज्यपाल सहकुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में युद्ध चल रहा है। हमने बांग्लादेश का हाल देखा है। हमें भारत में ऐसा नहीं चाहिए। भारत शांतिप्रिय देश है। हम अपने बच्चों को शस्त्र नहीं शास्त्र पढ़ाना हैं। हम उन्हें संस्कार दें। कहा कि बच्चों को पर्यावरण को बचाना इस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए बच्चों को को एक पेड़ अपनी मां के नाम से लगाना होगा। उन्होंने कहा कि आज डिग्री ले रहे युवाओं को यह संकल्प लेना होगा कि उन्हें देश के प्रगति में अपना योगदान देना है। क्योंकि होनहार देश को छोड़कर चले जाते हैं। इस बार के बजट में कौशल विकास को बढ़ाने के लिए प्रावधान किया गया है। प्रदेश के 20 लाख छात्रों को कौशलपूर्ण बनाया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों से नई तकनीकी को पढ़ने और छात्रों को पढ़ाने का निर्देश दिया। कहा कि आज का दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी का है। इसलिए युवा इन क्षेत्रों में काम करके आगे बढ़ सकते हैं। अब विश्वविद्यालयों को एआई के जरिये पेपर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत है।
भारत को आत्मनिर्भर बनाना प्रधानमंत्री का लक्ष्य
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह दीक्षांत किसी भी छात्र-छात्रा के जीवन में विशिष्ट अवसर है, और अपनी उपलब्धियों को मूल्यांकित करने का दिन भी होता है। इस उपाधि के साथ छात्र मानव संसाधन के रूप में राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक योगदान करें यह भी विश्वविद्यालय की अपेक्षा रहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र की युवा शक्ति पर बहुत भरोसा करते हैं। यही कारण है कि विकसित भारत 2047 के लिए युवाओं से उनके विकसित भारत की संकल्पना को जानने के लिए सुझाव आंमत्रित किए हैं। विश्वविद्यालय शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। इस क्रम में प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रोफेशनल और वोकेशनल दोनों ही क्षेत्रों के विकास को गति प्रदान की है। एक तरफ जहां इनोवेशन और इंक्यूबेशन के माध्यम से स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप इंडिया, स्टैडअप इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, मेक इन इंडिया आदि तमाम प्रमुख योजनाओं को मूर्तरूप मिला है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी स्टार्टअप के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं।
एआई और एमएल वर्तमान समय की मांग
मुख्य अतिथि सीईओ एमिरेट्स-जेएसडब्ल्यू, एमजी मोटर्स इंडिया राजीव चाबा ने कहा कि एआई और एमएल सहित नई तकनीकी मौजूदा समय की मांग है। छात्रों को इन्हें जानने की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन के लिए युवा कुछ कर सकते हैं। कोरोना के बाद से वेलनेस उद्योग में अच्छा अवसर है। छात्र कॉन्टेंट क्रियेशन को भी सीखें। इसके साथ ही छात्रों को सोशल मीडिया के साथ ही व्यक्तिगत संबंध रखने बहुत जरूरी है। अच्छी कम्युनिकेशन होना चाहिए। सहयोग की भावना से काफी आगे बढ़ा जा सकता है। चीजों को सीखने की क्षमता विकसित होनी चाहिए। इसके अलावा बताया कि आगे बढ़ने के लिए दूसरों का सम्मान बेहद जरूरी है। विश्वास भी करना होगा। समानभूति होनी चाहिए। महिलाओं के साथ समानता का व्यवहार करना बेहद जरूरी है। इन्हें अपना कर छात्र आगे बढ़ सकते हैं। कहा, एमजी मोटर्स ने महिलाओं को सशक्त बनाते हुए 45 प्रतिशत महिला कर्मचारियों को रखा है। कोई भी देश बिना महिलाओं की भागीदारी के आगे नहीं बढ़ सकता है।
छात्रों को नए स्वावलंबधन की धारा से जोड़ रहा विश्वविद्यालय
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में उच्च शिक्षा के माहौल में सकारात्मक परिवर्तन आया है। शोध और नवाचार में तेजी से कार्य हुए हैं। इसी का नतीजा है कि प्रदेश के विश्वविद्यालय नैक की रैंकिंग आ रही है। उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा भी आगे बढ़ रही है। तकनीकी शिक्षा का क्षेत्र विशेष क्षेत्र है। इसका प्रभाव कहीं न कहीं समाज की समस्याओं को सुलझाने में पड़ता है। ऐसे में यह विश्वविद्यालय छात्रों को नए स्वावलंबधन की धारा से जोड़ रहा है। कहा, प्राविधिक शिक्षा में नये कोर्स शामिल किए जा रहे हैं। इसी क्रम में विश्वविद्यालय ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिग्री देने की शुरूआत की है। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या पेश की। इसके पहले शैक्षणिक शोभायात्रा निकाली गयी।
गांवों के बच्चों की प्रतिभा का हुआ सम्मान
इससे पहले विश्वविद्यालय के गोद लिये अलग-अलग विकासखंडों के धुबैला, पलहरी, पश्चिम गांव, फरूखाबाद, कोन्दरी भउली, सैरपुर, दुगवार, मिर्जापुर, दिगोई, दुर्जनपुर, रसूलपुर, और रैथा गांवों के स्कूलों में चित्रकला, कहानी कथन एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई थीं। इन प्रतियोगिताओं में पहला स्थान पाने वाले बच्चों को मंच से कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने पुरस्कृत किया। साथ ही बच्चों की बनाई पेंटिंग समारोह के दौरान प्रदर्शित की गयी। बच्चों की हैंडराइटिंग में लिखी गयी भाषण और कहानी कथन को की बनायी गयी किताब भेंट की गयी।
छह श्रेणियों में दिया गया बेस्ट स्टार्टअप अवार्ड
प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दीक्षांत समारोह के दौरान इस बार छह श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड दिया गया। एक्सिसबिलिटी अवार्ड स्टार्टअप अशहोनी इनोवेशन एंड प्रोडक्ट प्रा. लि. को दिया गया। इसे बीटेक के छात्र हर्ष चौहान ने बनाया है। हेल्थ इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड एंबुवियंस हेल्थकेयर, प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप यश कुमार गोयल को मिला। इसी तरह सोशल इम्पैक्ट अवार्ड राइट पाथ प्रिडिक्टर प्रा. लि. एमबीए की छात्रा यशिका राय को दिया गया। सेस्टेनिबिलिटी चैंपियन अवार्ड मटियारी टेक्नोलॉजी प्रा0 लि0 बीटेक के छात्र सिद्धांत निषाद को मिला। टेक इनोवेशन अवार्ड स्ट्रिनिटी ऑटोमेशन प्रा.लि. के निशांत पाल को दिया गया। वूमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड फ्लक्सविसियो डायनिमिक्स एलएलपी इशिता को दिया गया।
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