केन्द्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल भी सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की राह पर चल पड़ी हैं। उन्होंने जातिगत जनगणना की वकालत की है। साथ ही आउटसोर्सिंग को कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक बताया है।
Lucknow News : अखिलेश-राहुल की राह पर अनुप्रिया पटेल, केन्द्रीय मंत्री ने कहा-जातिगत जनगणना जरूरी, आउटसोर्सिंग कैंसर से भी खतरनाक
Aug 04, 2024 21:19
Aug 04, 2024 21:19
- केन्द्रीय मंत्री ने कहा-जातिगत जनगणना से ही समाज का विकास संभव
- न्याययिक आयोग का गठन करने की उठाई मांग
जातिगत जनगणना की मांग
अनुप्रिया पटेल ने रविवार को लखनऊ में सहकारिता भवन में पार्टी कार्यसमिति की बैठक बुलाई। केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने केन्द्र सरकार से जातिगत जनगणना करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना से ही समाज का विकास संभव है। अनुप्रिया ने मांग की है, देश में न्याययिक आयोग का गठन किया जाए और न्यायपालिका में समाज के सभी वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले।
आउटसोर्सिंग से रही भर्तियों पर उठाए सवाल
केन्द्रीय मंत्री ने एक बार फिर आउटसोर्सिंग से रही भर्तियों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक है। आउटसोर्सिंग में आरक्षण का मानक लागू नहीं किया जाता, यह पिछड़े वर्ग के लिए कैंसर जैसा ही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग के जरिए चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्तियों में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
नियुक्तियों में हो आरक्षण का पालन
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी की जो नौकरियां होती थीं, वह वंचित वर्ग और दबे-कुचले वर्ग को मिलती थीं। अब आउटसोर्सिंग से जो भर्तियां हो रही हैं, उसमें आरक्षण का कोई नियम लागू नहीं है। वंचित और दबे-कुचले वर्ग को चतुर्थ श्रेणी की नौकरी पाने की जो एक गुजाइश थी वो खत्म हो गई। उन्होंने नियुक्तियों में आरक्षण का पालन किए जाने की भी मांग की।
महिला अपराधों के मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
अयोध्या में दलित किशोरी के मामले पर अनुप्रिया ने कहा कि अपराधी का किसी धर्म और जाति से वास्ता नहीं होता। वे इंसानियत के नाम पर धब्बा होते हैं। महिला अपराधों के मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि की घटना की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा।
अपना दल (एस) और योगी सरकार के बीच टकराव
लोकसभा चुनाव के बाद अपना दल (एस) और योगी सरकार के बीच टकराव तेज हो गया है। अपना दल (एस) ने अभी तक सरकार के कई फैसलों और कामकाज पर आपत्ति जताई है। केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण के नियमानुसार लाभ न मिलने का मुद्दा उठाया था। इसके अलावा सरकारी विभागों में एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण नियमों का पालन नहीं होने का भी मुद्दा जोर शोर से उठाया।
प्रमुख सचिव का विवाद
आपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष और योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने विभाग के प्रमुख सचिव एम. देवराज की ओर किए जा रहे तबादलों पर आपत्ति जताई थी। अनुप्रिया पटेल ने वाराणसी-शक्ति मार्ग पर अहरौरा में अतिरिक्त टोल बूथ लगाने पर आपत्ति जताई थी। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बीते दिनों योगी सरकार द्वारा यूपी विधानसभा में पारित नजूल सम्पति विधेयक का विरोध किया था।
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