यूपी में डिजिटल पेमेंट में बड़ा उछाल : देश में नंबर तीन पर पहुंचा, मार्च 2024 तक 1400 करोड़ के पार होने की उम्मीद

देश में नंबर तीन पर पहुंचा, मार्च 2024 तक 1400 करोड़ के पार होने की उम्मीद
UPT | Symbolic Image

Dec 28, 2024 16:19

उत्तर प्रदेश में डिजिटल पेमेंट के मामले में एक बड़ा उछाल देखा गया है। वर्तमान में, यूपी देश में प्रति व्यक्ति डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में तीसरे स्थान पर है। केवल तीन महीने में डिजिटल भुगतान की संख्या 411.55 करोड़ से बढ़कर 707.64 करोड़ तक पहुंच गई है।

Dec 28, 2024 16:19

Short Highlights
  • प्रदेश में डिजिटल पेमेंट के मामले में बड़ा उछाल
  • साल 2018-19 में डिजिटल भुगतान में 31.63 प्रतिशत का इजाफा
  • यूपी देश में प्रति व्यक्ति डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में तीसरे स्थान पर
Digital payment in UP : उत्तर प्रदेश में डिजिटल पेमेंट के मामले में एक बड़ा उछाल देखा गया है। वर्तमान में, यूपी देश में प्रति व्यक्ति डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में तीसरे स्थान पर है। केवल तीन महीने में डिजिटल भुगतान की संख्या 411.55 करोड़ से बढ़कर 707.64 करोड़ तक पहुंच गई है। इसी तरह बढ़ोतरी जारी रही, तो अगले साल मार्च तक यूपी में डिजिटल भुगतान की संख्या 1400 करोड़ के पार हो जाएगी। खास बात यह है कि यूपी में हर व्यक्ति औसतन साल में 7.731 बार डिजिटल ट्रांजेक्शन करता है।

साल 2018-19 में 31.63 प्रतिशत का इजाफा
पहले यूपी में डिजिटल भुगतान का उपयोग काफी कम था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें वृद्धि देखी गई। साल 2018-19 में डिजिटल भुगतान में 31.63 प्रतिशत का इजाफा हुआ था, और कोरोना काल में यह वृद्धि 106 प्रतिशत से अधिक रही। हालांकि, इसके बाद कुछ गिरावट आई, लेकिन 2022-23 में इस क्षेत्र में 175 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इस वृद्धि का प्रमुख कारण बैंकों द्वारा आधार और रुपे कार्ड आधारित जमा व भुगतान प्रक्रिया पर जोर देना रहा।

यूपीआई माध्यम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल
डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए यूपी में मोबाइल बैंकिंग, यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट गेटवे), भीम (भारत इंटरफेस फॉर मनी) एप, इंटरनेट बैंकिंग और डेबिट कार्ड जैसी सुविधाओं का उपयोग बढ़ा है। इनमें सबसे ज्यादा इस्तेमाल यूपीआई माध्यम का हो रहा है, जो यूपी में डिजिटल भुगतान को तेज और आसान बना रहा है।


देश में तीसरे स्थान पर
प्रदेश में अब प्रति व्यक्ति औसतन साल में 7.731 बार डिजिटल ट्रांजेक्शन करता है, जो इसे देश में तीसरे स्थान पर लाता है। आंध्र प्रदेश 17.86 के साथ पहले स्थान पर है, जबकि हरियाणा दूसरे स्थान पर है। यूपी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और पंजाब जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए डिजिटल पेमेंट के मामले में बड़ी छलांग लगाई है। 

वृद्धि का मुख्य कारण
इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण यह है कि अब छोटे वेंडर, दुकानदार, पान, सब्जी विक्रेता और ऑटो वाले भी क्यूआर कोड या पॉस मशीन के जरिए डिजिटल भुगतान को अपनाने लगे हैं। नगद की कमी और छोटे व्यापारियों की सुविधा ने डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा, बैंक शाखाओं का विस्तार, एटीएम की बढ़ती संख्या और रिजर्व बैंक की सख्त गाइडलाइनों के कारण भी डिजिटल पेमेंट में इजाफा हुआ है, जिससे यूपी में डिजिटल लेन-देन की गति और तेज हो गई है।
वित्तीय वर्ष डिजिटल ट्रांजेक्शन की संख्या (करोड़ों में)
  • 2018-19 161.69
  • 2019- 20 189.07
  • 2020- 21 391.02
  • 2021- 22 426.68
  • 2022- 23 174.32
  • 2023- 24 893.98
  • 2024- 25 707.64
  • (सितंबर 2024 तक)
बैंकों के जरिए डिजिटल ट्रांजेक्शन संख्या (मार्च 2024 से सितबंर 2024 तक)
  • भीम यूपीआई 6671303783
  • भीम आधार 73757042
  • भारत क्यूआर कोड 4897234
  • आईएमपीएस (त्वरित भुगतान सेवा)- 148638936
  • डेबिट- क्रेडिट कार्ड 163223287

Also Read

मध्यांचल डिस्कॉम में 5.83 लाख उपभोक्ताओं ने सरकारी खजाने में जमा कराए 441.23 करोड़, दूसरा चरण शुरू

1 Jan 2025 06:56 PM

लखनऊ UPPCL OTS Scheme : मध्यांचल डिस्कॉम में 5.83 लाख उपभोक्ताओं ने सरकारी खजाने में जमा कराए 441.23 करोड़, दूसरा चरण शुरू

लखनऊ शहर में 'नेवर-पेड' और 'लॉन्ग अन-पेड' श्रेणी में सर्वाधिक पंजीकरण अमौसी क्षेत्र में हुआ। यहां 22,753 उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ लिया। इसके बाद लखनऊ सेंट्रल, जानकीपुरम, और गोमती नगर क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। अमौसी क्षेत्र में 5,000 से 25,000 रुपये की बकाया र... और पढ़ें