डीजीपी ने पुलिस की जनसुनवाई को लेकर जनप्रतिनिधियों के सवाल उठाने पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। लेकिन, जनप्रतिनिधियों की ओर से जो फीडबैक मिल रहे हैं, उससे लगता है कि जनसुनवाई की गुणवत्ता इतनी अच्छी नहीं है।
UP Police : बुलडोजर से पुलिस का कोई लेना देना नहीं...जानें डीजीपी प्रशांत कुमार क्यों बोले- लोगों में भ्रांति
Jul 17, 2024 17:31
Jul 17, 2024 17:31
गरीब के खिलाफ बुलडोजर चलाने पर कठोर कार्रवाई
पुलिस महानिदेशक ने अब अपने बयान में कहा कि बुलडोजर के बारे में लोगों ने कुछ भ्रांतियां फैला रखी हैं। बुलडोजर किसी भी स्थिति में किसी गरीब व्यक्ति के विरुद्ध नहीं इस्तेमाल होता है। अगर को भी व्यक्ति गरीब लोगों के विरुद्ध इसका इस्तेमाल करता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई का शासन का आदेश है। उन्होंने कहा कि बुलडोजर का इस्तेमाल अवैध रूप से कब्जे की भी जमीन को खाली कराने के लिए किया जाता है। या फिर ऐसे स्थान पर कोई बिल्डिंग बनी है, तो उसको ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर प्रयोग किया जाता है। डीजीपी ने स्पष्ट किया इसमें भी ये कार्रवाई पुलिस नहीं करती है।
शांति व्यवस्था के लिए तैनात रहती है पुलिस
उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ अपनी रिपोर्ट देती है, जिस पर सक्षम विभाग निर्णय करता है। बुलडोजर कार्रवाई के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की केवल तैनात की जाती है। उन्होंने कहा यह चीज पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया के तहत की जाती है। इसीलिए यूपी में ध्वस्तीकारण या बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कोर्ट से भी कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
पुलिस की जनसुनवाई में सुधार की जरूरत
डीजीपी ने पुलिस की जनसुनवाई को लेकर जनप्रतिनिधियों के सवाल उठाने पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि
पुलिस लगातार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। लेकिन, जनप्रतिनिधियों की ओर से जो फीडबैक मिल रहे हैं, उससे लगता है कि जनसुनवाई की गुणवत्ता इतनी अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यालय स्तर से भी हम लोग कुछ ऐसे प्रकरण को मॉनिटर कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों की बात सुनना बेहद जरूरी
उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर जो निस्तारण की गुणवत्ता है, उसे पर भी हम लोग ध्यान दे रहे हैं कि लोगों को न्याय अवश्य मिले। लोगों को अनवरत अवधि तक दौड़ना नहीं पड़े। ऐसा होने पर उनमें तरह-तरह की कुंठा पैदा होती है और सिस्टम के ऊपर से विश्वास उठता है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों का का स्थान सर्वोपरि है, जो लोग पब्लिक से चुनकर आते हैं, उनकी बातों को सुनना और सही बातों को फील्ड पर क्रियान्वित करना यह हमारी जिम्मेदारी है और हम जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते हैं। इसके लिए हम लोग कटिबद्ध हैं और जनप्रतिनिधियों की जो अपेक्षा है उसको पूरा किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बुलडोजर कार्रवाई पर उठाए हैं सवाल
दरअसल योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं और इसे सही नहीं ठहराया है। उन्होंने कहा कि बुलडोजर बदमाशों के लिए आया था लेकिन अब गरीब पर बुलडोजर चल रहा है। संजय निषाद ने कहा कि गरीबों पर बुलडोजर नहीं चलना चाहिए। गरीब आदमी जहां 100 साल से है और आप बुलडोजर चला दे रहे हैं। संजय निषाद ने इलेक्शन के समय पर बुलडोजर एक्शन को भी गलत ठहराया है। लखनऊ में कुकरैल रिवर फ्रंट को लेकर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर भी उन्होंने बयान दिया था कि इससे नुकसान होगा। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब इसे रोक दिया गया है। संजय निषाद ने कहा था कि बुलडोजर और अफसरों के व्यवहार की वजह से भाजपा की सीटें लोकसभा में कम हुईं. पिछले लोकसभा में पार्टी की 62 सीटें थीं. इस बार ये घटकर 32 पर आ गई हैं।
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