गाजियाबाद कोर्ट रूम में लाठीचार्ज के विरोध में जिला न्यायालय के वकीलों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को वकील सड़क पर उतर आए।
गाजियाबाद कोर्ट रूम में लाठीचार्ज का विरोध : वकीलों ने जज का प्रतीकात्मक पुतला फूंका, पुलिस-प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
Nov 05, 2024 17:30
Nov 05, 2024 17:30
न्यायालयों में सीसीटीवी लगाने की मांग
लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश प्रसाद तिवारी ने कहा कि गाजियाबाद न्यायालय में सुनवाई के दौरान जिला जज अनिल कुमार ने वकीलों से अभद्रता की। विरोध करने पुलिस से वकीलों पर लाठीचार्ज कराया। उन्होंने कहा कि जज को हटाने के लिए लखनऊ बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि गाजियाबाद बार एसो के वकीलों से मिलने गए हैं। बार एसोसिएशन के मंत्री बृजभान सिंह भानु ने कहा कि वकीलों की तरफ से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक मांग पत्र सौंपा जाएगा। इसके अलावा 'न्यायिक मानक और उत्तरदायित्व विधेयक' पारित करने और प्रदेश के सभी कोर्ट में सीसीटीवी और वॉयस रिकार्डर लगाने की भी मांग की गई।
वकीलों ने कई प्रस्ताव किए पास
प्रदर्शन से पहले सेंट्रल बार एसोसिएशन सदस्यों की बैठक हुई। जिसमें कई प्रस्ताव पास किए गए। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज की निगरानी में मामले की जांच करने की मांग की गई है। जांच पूरी होने तक गाजियाबाद कोर्ट से सारे न्यायिक काम पर रोक लगाने की अपील की गई है। इसके अलावा वकीलों ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अफसरों सेवा से बर्खास्त करने और घायल अधिवक्ताओं को इलाज के लिए दो-दो लाख की आर्थिक सहायता की भी मांग की है।
यह था मामला
गाजियाबाद कोर्ट में 29 अक्टूबर को धोखाधड़ी के एक केस की सुनवाई दूसरी न्यायालय में स्थानांतरित किए जाने की मांग पर अधिवक्ताओं और जिला जज में बहस हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज किया था। पुलिस की ओर से कहा गया कि अधिवक्ताओं ने जिला जज से बदसलूकी की। कई वकीलों पर केस दर्ज किया था। इस घटना के विरोध में सोमवार से अधिवक्ताओं ने हड़ताल शुरु कर दी है।
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