अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि क्या ऐसा कोई मॉनिटरिंग सिस्टम भाजपा सरकार के ऊपर निगाह रखने के लिए नहीं बन सकता जो बेलगाम भाजपाइयों को नियम और कानून तोड़ने व महाभ्रष्टाचार की गलत लेन में बेतहाशा रफ्तार से अपनी गाड़ी दौड़ाने से रोक सके।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे सबसे बड़ा गोरखधंधा : अखिलेश यादव का योगी सरकार पर हमला, बोले- बनाया महाभ्रष्टाचारी रिकॉर्ड
Sep 06, 2024 10:29
Sep 06, 2024 10:29
भाजपा सरकार पर मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सोशल साइट एक्स पर कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखधंधे का सबसे बड़ा रास्ता बनने जा रहा है। 6 की जगह 4 लेन बनने के बाद भी, प्रति किलोमीटर देश का सबसे महंगा एक्सप्रेसवे बनने का (महाभ्रष्टाचारी) रिकॉर्ड भी इसी के नाम है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसा कोई मॉनिटरिंग सिस्टम भाजपा सरकार के ऊपर निगाह रखने के लिए नहीं बन सकता जो बेलगाम भाजपाइयों को नियम और कानून तोड़ने व महाभ्रष्टाचार की गलत लेन में बेतहाशा रफ्तार से अपनी गाड़ी दौड़ाने से रोक सके। उन्होंने कहा कि ‘व्यवस्था’ किसी एडवांस मैनेजमेंट सिस्टम से नहीं, सही नीयत से शासन-प्रशासन चलाने से सुधरती है।
बढ़ी हुई लागत को मिली हरी झंडी
दरअसल प्रदेश सरकार ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की बढ़ी हुई लागत को मंजूरी दे दी है। इसके तहत 5876.68 करोड़ की मूल लागत के बजाए अब एक्सप्रेसवे बनने में 7283.28 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। औद्योगिक विकास विभाग ने बढ़ी हुई रकम को जारी करने की अनुमति दे दी है। जमीन दाम, जीएसटी व यूटिलिटी शिफ्टिंग के खर्च में भी बढ़ोतरी के कारण एक्सप्रेसवे की लागत बढ़ गई। दो लेन का एक्सप्रेसवे लगभग बन कर तैयार हो गया है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे एटीएमएस से होगा लैस
इस बीच यात्रियों के लिए हाई-स्पीड कॉरिडोर को सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) एक्सप्रेसवे पर उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस) स्थापित करेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर भी एटीएम लगाए जाने की तैयारी है। यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को गोरखपुर से जोड़ेगा।
मानूसन के बाद एक्सप्रेस पर जनता कर सकेगी सफर
बताया जा रहा है कि लखनऊ को पूर्वी उत्तर प्रदेश के मुख्य शहरों से जोड़ने वाले दो मार्गों के बीच यातायात को सुचारू बनाने के लिए लिंक एक्सप्रेस-वे अहम भूमिका निभाएगा। चार लेन वाले 91.35 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे को मानसून के मौसम में आम जनता के लिए खोल दिए जाने की उम्मीद है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बाद गोरखपुर मार्ग अगला मार्ग होगा, जो नवीनतम यातायात प्रबंधन प्रणाली से लैस होगा।
इस तरह सुगम होगा सफर
प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आने वाले सभी एक्सप्रेस-वे में यातायात को सुचारू बनाने के लिए कैरिजवे पर एटीएमएस लगाए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि यातायात निगरानी कैमरा प्रणाली, वाहन गति जांच प्रणाली, डिजिटल ट्रांसमिशन आधारित व्यवस्था बेहद कारगर होगी। इसी तरह वेरिएबल डिस्प्ले मैसेज, सिस्टम आर्किटेक्चर मैसेज, सीसीटीवी सर्विलांस आधारित कैमरे से भी यातायात व्यवस्था बेहतर और सुरक्षित होगी।
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