May 27, 2024 20:53
https://uttarpradeshtimes.com/lucknow/hardoi/an-emergency-meeting-was-held-in-hardoi-bar-association-today-in-connection-with-the-indecent-behavior-with-the-advocate-in-hardoi-along-with-the-filing-of-fir-20370.html
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की शहर कोतवाली में डायल 112 के दरोगा द्वारा अधिवक्ता के साथ पहले तो अभद्रता और फिर एफआईआर दर्ज किए जाने के मामले में सोमवार को हरदोई बार एसोसिएशन में आपात बैठक बुलाई गई। अधिवक्ताओं ने अपनी बात रखी और अधिवक्ता पर दर्ज की गई एफआईआर की निंदा की गई। साथ ही इस एफआईआर को स्पंज कर अभद्रता करने और फिर एफआईआर दर्ज कराने वाले डायल 112 के दरोगा पर एफआईआर दर्ज कराए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
दरोगा पर मुकदमा दर्ज करने की मांग
इस अवसर पर हरदोई बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि अधिवक्ता पीड़ित के साथ एसपी से मिलेंगे और वह हरदोई एसपी को 2 दिन का समय दे रहे हैं कि आरोपी दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें अन्यथा गुरुवार को फिर अधिवक्ता संघ की बैठक होगी। इसके बाद अधिवक्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे।
डायल 112 पुलिस पर अधिवक्ता के साथ अभद्रता करने का आरोप
मालूम हो कि शनिवार देर रात कोतवाली शहर इलाके के झबरा पुरवा में अधिवक्ता मनीष कुमार का परिवार में ही विवाद हो गया। आरोप है कि इसके बाद पहुंची डायल 112 की पुलिस अधिवक्ता मनीष कुमार व उनके भाई केतन कुमार को पकड़कर शहर कोतवाली ले गई। इस दौरान डायल 112 के कर्मियों ने अधिवक्ता के साथ अभद्रता और बदसलूकी की और जब पुलिस को पता चला कि जिसके साथ वह अभद्रता कर रही है, वह एक अधिवक्ता हैं तो तत्काल ही एफआईआर दर्ज कर दी गई और शांति भंग के आरोप में 151 का चालान कर दिया गया। शनिवार को अधिवक्ता की जमानत हुई। आज हरदोई बार एसोसिएशन में आपात बैठक हुई, जिसमें तमाम अधिवक्ताओं द्वारा एफआईआर स्पंज किए जाने व दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद हरदोई बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण दत्त शुक्ल ने एसपी हरदोई को दो दिन का समय देते हुए दो अधिवक्ता साथियों के साथ पीड़ित मनीष कुमार को एसपी के पास जाने का प्रस्ताव रखा।
बैठक में यह लोग रहे मौजूद
इस आपात बैठक में महामंत्री महेंद्र कुमार सिंह, संयुक्त मंत्री शशिकांत सिंह गौर, पूर्व महामंत्री कर्मवीर सिंह चौहान, देवेश मिश्रा, शिवमोहन शुक्ला, गिरीश मिश्र रामनिवास, संजय कुमार, अनिल कुमार, जेपी त्रिवेदी, अतुल चतुर्वेदी, पीके मिश्रा, अनिल त्रिवेदी, संजीव अवस्थी, पी मिश्रा और जितेन श्रीवास्तव सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।