उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक जमीनी विवाद ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। एक दिव्यांग व्यक्ति ने राजस्व अधिकारियों, पुलिस, और कथित दबंगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हरदोई में अधिकारियों पर गंभीर आरोप : लेखपाल समेत दबंगों ने दिव्यांग को पीटा, देर रात पुलिस पीड़ित की बेटी और बहन को थाने ले गई
Jul 11, 2024 12:28
Jul 11, 2024 12:28
- पीड़ित लड़कियों ने पुलिस कर्मियों पर थाने में बंद कर पिटाई का लगाया गंभीर आरोप
- दबंग और राजस्व कर्मी से खेत की नाप को लेकर आदेश दिखाने के पीछे हुआ था विवाद
- दिव्यांग फूल मियां ने राजस्व कर्मी समेत दबंग पर लगाया मारपीट करने का आरोप
ये था मामला
हरदोई के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे दिव्यांग का परिवार बेहद डरा हुआ है। पीड़ित दिव्यांग फूल मियां ने बताया कि उसके गांव में भगवती प्रसाद आदि से खेत की मेड़ को लेकर विवाद चल रहा था और इसी के लिए वह लेखपाल गिरजा शंकर के साथ खेत की पैमाइश कराने गया था और मामला तहसील न्यायालय में विचाराधीन है। पैमाइश का आदेश मांगने पर लेखपाल और विपक्षी भगवती प्रसाद के बेटों ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। दिव्यांग पिता को देख बेटी और बहन ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन वह लोग उसे मरणासन्न अवस्था में छोड़कर चले गए। इसके बाद डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
पीड़ित ने शिकायत में कहा कि देर रात घर पर कोई नहीं था, स्थानीय कासिमपुर थाने की पुलिस उसके घर पहुंची और बिना महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में उसकी बेटी सानिया और उसकी बहन सायमा को थाने ले गई और वहां पुलिस ने दोनों की बेरहमी से पिटाई की। दरअसल, दोनों लड़कियों की बेरहमी से पिटाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया, जिसकी शिकायत लेकर पीड़िताएं हरदोई पुलिस कार्यालय हरदोई पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी से मिलने पहुंची थीं। पीड़िताओं ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
थाना अध्यक्ष बोले- आरोप बेबुनियाद
हरदोई के कासिमपुर थाने के थानाध्यक्ष राम लखन ने बताया कि उनकी कृषि भूमि को लेकर विवाद चल रहा था, जिसकी पैमाइश के लिए वकील और लेखपाल मौके पर पहुंचे थे, दोनों युवतियों ने कॉलर पकड़कर वकील और लेखपाल के साथ मारपीट की और उन पर हावड़ा से हमला कर दिया, दिव्यांग द्वारा लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार हैं।
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