हाथरस जिले में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बाद राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। साकार विश्व हरि उर्फ भोलेबाबा ?घटना के बाद से फरार...
साकार विश्व हरि उर्फ भोलेबाबा फरार : कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध होगी एफआईआर, बड़ी कार्रवाई की तैयारी
![कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध होगी एफआईआर, बड़ी कार्रवाई की तैयारी](https://image.uttarpradeshtimes.com/upt-thumbnail-2024-07-02t193133199-75107.jpg)
Jul 02, 2024 19:32
Jul 02, 2024 19:32
अनुमति से अधिक लोग कैसे जुटे
जिन भोले बाबा के सत्संग में यह हादसा हुआ, वह एटा जिले के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और साकार विश्व हरि के नाम से जाने जाते हैं। घटना के बाद से बाबा फरार बताए जा रहे हैं। वह पहले पुलिस विभाग के गुप्तचर विभाग में कार्यरत थे, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रवचन करना शुरू कर दिया था। वह अपनी पत्नी के साथ सत्संग का कार्यक्रम करते हैं और उनके कार्यक्रमों में हजारों की संख्या में लोग आते हैं। मंगलवार को भी इंतजाम से यादा लोग जुटे थे। कोरोना काल के दौरान भी भोले बाबा का सत्संग कार्यक्रम विवादों में आया था। तब उन्होंने अपने सत्संग के लिए केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी, लेकिन वास्तव में 50 हजार से अधिक लोग उपस्थित हुए थे, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई थी। इस बार भी ऐसा ही हुआ है, जहां अनुमति से कहीं अधिक लोग कार्यक्रम में जुट गए थे।
24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम गठित की है, जिसे 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। घटनास्थल पर दो मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी को भेजा गया है, जबकि मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति पर पल-पल नज़र रखे हुए हैं।
Also Read
![लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मियावाकी जंगल विकसित करने का किया फैसला, 100 एकड़ में होगा तैयार लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मियावाकी जंगल विकसित करने का किया फैसला, 100 एकड़ में होगा तैयार](https://image.uttarpradeshtimes.com/untitled-design-55-21825.jpg)
8 Jul 2024 09:59 AM
100 एकड़ भूमि को जंगल में परिवर्तित किया जाएगा। यह निर्णय एलडीए की 181वीं बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसका उद्देश्य शहर के पर्यावरण को बेहतर बनाना है। इस परियोजना में जापानी पारिस्थितिकीविद् अकीरा मियावाकी... और पढ़ें