कल्याण सिंह सुपरस्पेशियलिटी कैंसर संस्थान : अंगों को नुकसान पहुंचाए बिना होगी कीमोथेरेपी, जानें HIPEC की विशेषता

अंगों को नुकसान पहुंचाए बिना होगी कीमोथेरेपी, जानें HIPEC की विशेषता
UPT | Lucknow Cancer Institute

Oct 31, 2024 13:56

हायपेक तकनीक से कीमोथेरेपी दवाओं का असर सीधे प्रभावित क्षेत्र तक सीमित रहता है। इससे शरीर के अन्य अंग सुरक्षित रहते हैं, और इस प्रक्रिया के अंत में पेट को साफ करने के लिए नमक के घोल से धोया जाता है। यह विधि कैंसर के इलाज में एक सुरक्षित और असरदार विकल्प है।

Oct 31, 2024 13:56

Lucknow News : शहर के कल्याण सिंह सुपरस्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को बिना अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाए कीमोथेरेपी देना अब संभव होगा। इस नए युग की कीमोथेरेपी तकनीक में हाइपरथर्मिक इंट्रापेरिटोनियल कीमोथेरेपी (HIPEC) मशीन का उपयोग किया जाएगा, जो सीधे कैंसरग्रस्त क्षेत्रों में कीमोथेरेपी दवाओं को लक्षित करेगी।

पेट में कैंसर सर्जरी के बाद प्रभावी इलाज
इस मशीन का उपयोग मुख्य रूप से पेट के कैंसर के मरीजों में सर्जरी के बाद किया जाता है। पेट में कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को हटाने के बाद सीधे वहां कीमोथेरेपी दी जाती है। यह प्रक्रिया किसी भी अनावश्यक साइड इफेक्ट से बचाती है, जिससे शरीर के बाकी अंग सुरक्षित रहते हैं। इससे कैंसर का इलाज और अधिक प्रभावी और सुरक्षित हो जाता है।



गर्म कीमोथेरेपी के माध्यम से लक्षित उपचार
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने बताया कि हायपेक मशीन से पहले पेट में ट्यूमर हटाने के बाद, गर्म कीमोथेरेपी सीधे प्रभावित हिस्सों में दी जाती है। गर्म कीमोथेरेपी दवाएं कैथेटर के माध्यम से पेट में प्रवाहित की जाती हैं और यह प्रक्रिया एक से दो घंटे तक चलती है, जिसके बाद शेष कीमोथेरेपी को सर्जन बाहर निकाल देते हैं।

शरीर के अन्य अंगों पर दुष्प्रभाव से बचाव
हायपेक तकनीक से कीमोथेरेपी दवाओं का असर सीधे प्रभावित क्षेत्र तक सीमित रहता है। इससे शरीर के अन्य अंग सुरक्षित रहते हैं और इस प्रक्रिया के अंत में पेट को साफ करने के लिए नमक के घोल से धोया जाता है। यह विधि कैंसर के इलाज में एक सुरक्षित और असरदार विकल्प है।

कई प्रकार के कैंसर के लिए उपयोगी
हायपेक मशीन से अपेंडिक्स, यकृत, अंडाशय, अग्नाशय और पेट के अन्य हिस्सों में होने वाले कैंसर का प्रभावी इलाज संभव है। रोगी की स्थिति और कैंसर के प्रकार के आधार पर डॉक्टर इस तकनीक का चयन करते हैं। विभिन्न प्रकार के टेस्ट और जांच के बाद ही इस मशीन का इस्तेमाल किया जाता है।

आधुनिक तकनीक से बेहतर भविष्य
इस मशीन की लखनऊ में उपलब्धता के साथ कैंसर के मरीजों को एक नई उम्मीद मिल रही है। यह तकनीक उन्हें अधिक सुरक्षित और प्रभावी उपचार देने में मदद करेगी। कल्याण सिंह सुपरस्पेशियलिटी कैंसर संस्थान ने कैंसर के इलाज में यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।

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