मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या करवाने वाले लॉरेंस विश्नोई ने बहराइच ही नहीं, लखीमपुर और सोनौली की नेपाल सीमा पर भी अपना बड़ा नेटवर्क स्थापित कर रखा है। इन सीमाओं और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले युवा बिश्नोई गिरोह के संपर्क में हैं।
लॉरेंस बिश्नोई का बड़ा नेटवर्क : बहराइच, लखीमपुर और नेपाल सीमा तक फैला, कई जिलों के लड़के संपर्क में
Nov 12, 2024 15:26
Nov 12, 2024 15:26
- आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले युवा बिश्नोई गिरोह के संपर्क में
- गिरोह के कई सदस्य को नेपाल में शरण
- शूटर शिवा ने किया कई खुलासा
गिरोह के कई सदस्य को नेपाल में शरण
शूटर शिवा ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले अपने शूटरों के लिए सुरक्षित रास्ते की व्यवस्था करता है, ताकि शूटर पकड़े जाने से बच सकें। शिवा ने यह भी खुलासा किया कि हत्या के बाद शूटरों को बहराइच लाया जाता था और फिर उन्हें नेपाल में शरण दिलाई जाती थी। हालांकि, 12 अक्टूबर को एक त्योहार के दौरान हुई भीड़-भाड़ की वजह से धर्मराज और गुरमेल सिंह मौके पर ही पकड़े गए थे, लेकिन शिवा ने आगे बताया कि उनके बाद आने वाले शूटरों को बचाने की पूरी योजना तैयार की गई थी।
एसटीएफ ने कई शूटर को किया गिरफ्तार
एसटीएफ ने शनिवार को शूटर शिवा और उसके चार सहयोगियों अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेन्द्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया था। शिवा के बयान के आधार पर, एसटीएफ यह जांच कर रही है कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य नेपाल में किससे शरण लेते हैं और वे किस तरह से गिरोह के संपर्क में आते हैं। इसके अलावा, शिवा और उसके सहयोगियों की कॉल डिटेल्स की जांच भी की जा रही है ताकि नेटवर्क की पूरी तस्वीर सामने आ सके।
कोर्ट से शिवा को रिमांड पर लेने की अनुमति
मुंबई पुलिस ने रविवार को शूटर शिवा और उसके चार सहयोगियों को गिरफ्तार कर मुंबई भेजा, जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। पुलिस ने कोर्ट से शिवा को रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी है, ताकि बाबा सिद्दीकी की हत्या और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस का मानना है कि शिवा से पूछताछ करने से गिरोह की पूरी साजिश का खुलासा हो सकता है।
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