कोलकाता की घटना से सबक : कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम

कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम
UPT | प्रतीकात्मक फोटो।

Aug 23, 2024 01:54

कोलकाता में महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से हुई दरिंदगी के बाद अब यूपी पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। गृह विभाग ने कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं

Aug 23, 2024 01:54

Short Highlights
  • गृह विभाग ने जारी किए निर्देश, यूपी पुलिस पूरी तरह सतर्क
  • महिलाओं से दफ्तरों में तय सीमा से ज्यादा न लिया जाए काम
Lucknow News : कोलकाता में महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से हुई दरिंदगी के बाद अब यूपी पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। गृह विभाग ने कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों में महिला कर्मचारियों से तय समय से ज्यादा काम न लिया जाए। इसके अलावा जहां भी महिलाएं कार्यरत हैं, वहां नियमित सुरक्षा ऑडिट कराने को कहा गया है। सार्वजनिक स्थलों पर जहां महिलाओं का आवागमन ज्यादा है, उन्हें हॉट स्पॉट के रूप में चिह्नित करके वहां विशेष सुरक्षा इंतजाम और गश्त कराने का निर्देश दिया गया है।

महिलाओं के आने-जाने वाले रास्तों पर हो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार ने डीजीपी और सभी पुलिस प्रमुखों को निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ रात में आने-जाने वाले मार्गों को भी सुरक्षित किया जाए। इसके लिए प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल, मजबूत सुरक्षा उपाय, नियमित सुरक्षा ऑडिट और आत्मरक्षा प्रशिक्षण के साथ-साथ विधिक जानकारी और महिला हेल्पलाइन सेवाओं के ज्ञान को बढ़ावा देना सुनिश्चित किया जााए।

विश्वसनीय परिवहन सेवाओं का ही इस्तेमाल करें
नियोक्ता महिलाओं के लिए कैब, शटल और परिवहन सेवाएं केवल उन्हीं एजेंसियों से उपलब्ध कराएं जो विश्वसनीय हों और जिनकी निगरानी की जाती हो। आपातकालीन सेवा 112 को निर्देश दिए गए हैं कि वे रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिलाओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने वाली एस्कॉर्ट सेवा का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें। इसके अलावा, परिवहन निगम की बसों, प्राइवेट टैक्सियों और अन्य वाहनों के ड्रॉप ऑफ प्वाइंट्स ऐसे बनाए जाएं, जहां पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था हो और सीसीटीवी कैमरे लगे हों।

महिलाओं के लिए अलग विश्राम और प्रसाधन कक्ष हो
महिलाओं के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षित और अलग विश्राम तथा प्रसाधन कक्ष की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे उनकी सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी और वे आरामदायक और सुरक्षित माहौल में काम कर सकेंगी। संस्थान में आने-जाने वालों की सख्त निगरानी की जानी चाहिए और उनका पूरा विवरण रजिस्टर में दर्ज किया जाना चाहिए। महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए जागरूक करने और प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी होनी चाहिए। सभी कार्यस्थलों पर आपातकालीन परिस्थितियों के लिए कुशल आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल होना चाहिए और महिलाओं को आपातकालीन स्थितियों में क्या करना है, इसकी जानकारी होनी चाहिए।

पुलिस जुटाए कामकाजी महिलाओं का विवरण
पुलिस को निर्देश दिए गए हैं अपने क्षेत्र की कामकाजी महिलाओं का विवरण जुटाए। इसके लिए काल सेन्टर, स्वास्थ्य संस्थानों, ऑफिस, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, सिनेमा हाल, मल्टीप्लेक्स, होटल, रेस्टोरेंट, रेलवे बस स्टेशन की सूची बना लें, जहां महिलाएं काम करती हों। इनका विवरण तैयार कर रात के हॉट स्पॉट चिह्नित कर लें। इन सभी जगह राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में विशेष गश्त और सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। 

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