यूपी सरकार की पहल : नेपाल सीमा पर एटीएस यूनिट्स की स्थापना से बढ़ेगी सुरक्षा, पांच जिलों में होगी तैनाती

नेपाल सीमा पर एटीएस यूनिट्स की स्थापना से बढ़ेगी सुरक्षा, पांच जिलों में होगी तैनाती
UPT | भारत- नेपाल सीमा

Nov 13, 2024 20:13

उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल सीमा से सटे पांच जिलों में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की यूनिट स्थापित करने का निर्णय लिया है। ये यूनिट पीलीभीत, मिर्जापुर, खीरी, सिद्धार्थनगर और मुरादाबाद में तैनात की जाएंगी...

Nov 13, 2024 20:13

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल सीमा से सटे पांच जिलों में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की यूनिट स्थापित करने का निर्णय लिया है। ये यूनिट पीलीभीत, मिर्जापुर, खीरी, सिद्धार्थनगर और मुरादाबाद में तैनात की जाएंगी। इन जिलों को संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि नेपाल से सटी सीमा और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से यहां विशेष निगरानी की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने इस कदम के लिए मंजूरी दे दी है, और अब आवश्यक संसाधनों का जुटाया जा रहा है।

बढ़ेगी ताकत, कमांडो सेंटर का भी होगा विस्तार
इससे पहले यूपी में 18 एटीएस यूनिट्स काम कर रही हैं। जिनमें हाल ही में देवबंद में एक नई यूनिट की स्थापना की गई थी। अब राज्य सरकार एटीएस के विस्तार की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रही है। जिसके तहत अन्य संवेदनशील जिलों में कमांडो सेंटर के साथ-साथ एटीएस यूनिट्स स्थापित की जाएंगी। इन यूनिट्स का उद्देश्य आतंकवादी संगठनों और कट्टरपंथी विचारधाराओं के नेटवर्क पर पैनी नजर रखना है। राज्य सरकार ने एटीएस के लिए नए उपकरणों की खरीद की योजना भी बनाई है। जिसमें रडार सिस्टम, स्नाइपर राइफल, पंप-एक्शन शॉटगन, नाइट विजन ड्रोन कैमरे और थर्मल इमेजिंग स्नाइपर साइट जैसी अत्याधुनिक तकनीक शामिल है। इससे उच्च जोखिम वाले ऑपरेशनों को और भी प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सकेगा।



नेपाल सीमा पर सुरक्षा आवश्यकता
नेपाल से सटी यूपी की सीमा आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और अपराधियों के लिए हमेशा एक संवेदनशील क्षेत्र रही है। नेपाल का खुला सीमा प्रणाली, जहां बिना पासपोर्ट के आवागमन संभव है। आतंकवादी गतिविधियों के लिए एक आसान मार्ग बन सकती है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इन पांच जिलों में एटीएस यूनिट्स की तैनाती को अपनी प्राथमिकता में रखा है। राज्य में एटीएस की सख्त कार्रवाई और मजबूत निगरानी से ना सिर्फ आतंकी गतिविधियों में कमी आएगी, बल्कि इन इलाकों में सांप्रदायिक ताने-बाने पर भी नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी। यूपी सरकार का कहना है कि एटीएस के इन नए सेंटर और यूनिट्स से राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया जाएगा।

कमांडो सेंटर की स्थापना में तेजी
यूपी सरकार की ओर से पिछले तीन वर्षों में 12 जिलों में एटीएस के कमांडो सेंटर की स्थापना की योजना बनाई गई थी। इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है। श्रावस्ती, बहराइच, मेरठ, अलीगढ़, ग्रेटर नोएडा (जेवर एयरपोर्ट), आजमगढ़ (निकट एयरपोर्ट), कानपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र और देवबंद जैसे प्रमुख संवेदनशील क्षेत्रों में ये कमांडो सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही वाराणसी और झांसी में एटीएस यूनिट्स की स्थापना की प्रक्रिया भी चल रही है। इन सेंटरों का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के हर कोने में आतंकवाद के खतरे से निपटना और सुरक्षा को और मजबूत बनाना है।

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